(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Bihar News: स्वतंत्रता दिवस से पहले 'रेडियोएक्टिव' से क्या कुछ था बड़ा प्लान? जांच के लिए गोपालगंज पहुंची मुंबई की टीम
Gopalganj News: गोपालगंज में जब्त रेडियोएक्टिव पदार्थ मामले पूरे देश की एजेंसियां जांच के लिए लगी हुई हैं. इसकी जांच के लिए भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र की टीम गोपालगंज पहुंची है.
Bihar News: स्वतंत्रता दिवस से पहले बिहार के गोपालगंज जिले की पुलिस ने 50 ग्राम रेडियोएक्टिव पदार्थ बरामद किया है. साथ ही यूपी-बिहार के तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है. कुचायकोट थाने की पुलिस को जब्त पदार्थ कैलिफोर्नियम होने का संदेह है. शनिवार को इसकी जांच के लिए मुंबई से भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र की टीम गोपालगंज पहुंची है. पुलिस के हाई सिक्योरिटी जोन में जब्त किए गए रेडियोएक्टिव पदार्थ को रखा गया है. वहीं, इस बरामदगी से कोई बड़ी घटना को लेकर भी अंदेशा जताया जा रहा है.
वहीं, दूसरी तरफ बिहार एटीएस ने भी इसकी जांच शुरू कर दी है. बिहार एटीएस ने गोपालगंज की पुलिस से संपर्क स्थापित कर दर्ज एफआईआर और गिरफ्तार किए गए युवकों के बारे में जानकारी ली है. बिहार में इतनी मात्रा में रेडियोएक्टिव पदार्थ किस काम के लिए तस्करी कर लाया जा रहा था? इस पर जांच चल रही है. सुरक्षा एजेंसियां भी इस पर काम कर रही है. भारत के खिलाफ कुछ बड़ा प्लान था या साजिश तो नहीं थी? बिहार एटीएस और सुरक्षा एजेंसियों की जांच के बाद इस राज से पर्दा उठा पाएगी.
कड़ी सुरक्षा के बीच जेल भेजे गए तीनों तस्कर
पुलिस ने गिरफ्तार किए गए तीनों तस्करों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने के बाद जेल भेज दिया. कड़ी सुरक्षा के बीच तीनों युवकों को जेल भेजा गया है. इनमें यूपी के कुशीनगर जिला के तमकुही राज थाना क्षेत्र के परसौनी बुजुर्ग निवासी चंद्रदेव प्रसाद के पुत्र छोटेलाल प्रसाद, गोपालगंज के नगर थाना क्षेत्र के कौशल्या चौक निवासी योगेंद्र साह के पुत्र चंदन गुप्ता और महम्मदपुर थाना क्षेत्र के कुशहर मठिया निवासी हरेंद्र राम के पुत्र चंदन राम शामिल है.
गिरफ्तार युवकों से परिजनों से की पूछताछ
पुलिस ने गिरफ्तार किए गए युवकों के परिजनों से भी पूछताछ की है. गोपालगंज के रहने वाले युवकों के परिजनों ने बताया है कि यूपी के कुशीनगर के रहने वाले छोटेलाल प्रसाद ने दोनों युवकों को काम दिलाने के लिए बुलाया था, लेकिन उन्हें पता नहीं था कि इस तरह के रेडियोएक्टिव पदार्थ की तस्करी कराएंगे. वहीं, युवकों ने पूछताछ में भी जब्त किए गए पदार्थ के बारे में किसी तरह की जानकारी नहीं होने की बात कही है.
सामने आया है यूपी कनेक्शन
वहीं, बिहार एसटीएफ की जांच में यूपी का कनेक्शन भी सामने आया है. यूपी के कुशीनगर के खजांची कुशवाहा का नाम सामने आया है, जिसने तस्करों को रेडियोएक्टिव पदार्थ दिया था. फरार खजांची कुशवाहा के पास रेडियोएक्टिव पदार्थ कहां से आया? इसकी खुलासा के लिए पुलिस की टीम यूपी में छापेमारी कर रही है. बता दें कि शुक्रवार को गोपालगंज के कुचायकोट थाने की पुलिस ने रेडियोएक्टिव पदार्थ को यूपी-बिहार के बलथरी चेकपोस्ट से बरामद किया था जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 850 करोड़ रुपये आंकी गई है.
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