रोहतास: जिले के धर्मपुरा ओपी के थाना अध्यक्ष को एक महिला से फोन पर बातचीत करना महंगा पड़ गया. महिला ने थाना प्रभारी पर कॉल कर अश्लील बातें करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है. मिली जानकारी के अनुसार थानाध्यक्ष द्वारा एक केस में महिला अभियुक्त को लाभ पहुंचाने का प्रलोभन देकर उसके साथ गंदी-गंदी बातें करने का मामला सामने आया है.


केस नाम हटाने का देते थे लालच


महिला ने आरोप लगाया है कि किसी केस को लेकर वह धर्मपुरा ओपी थाना अध्यक्ष कामेश्वर नारायण यादव (जो पूर्व में संझौली में पदस्थापित थे) के संपर्क में आई. ऐसे में कामेश्वर नारायण यादव ने महिला का केस से नाम हटाने और उसे व्यक्तिगत लाभ पहुंचाने की बात करने लगे. इसको लेकर कामेश्वर नारायण यादव महिला को फोन करने लगे और महिला पर शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालने लगे.


रोहतास एसपी ने किया निलंबित


महिला ने आरोप लगाया है कि जब वह उनकी बात मानने को तैयार नहीं हुई तो कामेश्वर नारायण यादव ने महिला को केस में फंसाने की बात कही. वहीं इस बात की पुष्टि करते हुए बिक्रमगंज एसडीपीओ ने बताया कि महिला और थानाध्यक्ष कामेश्वर नारायण यादव का ऑडिओ वायरल हुआ था, जिसमें महिला से शारीरिक संबंध बनाने की बात कही जा रही थी. उन्होंने बताया कि ऑडियो के सत्यापन में बात सही पाया गया, जिसको लेकर थाना प्रभारी को गिरफ्तार कर लिया गया. वही रोहतास एसपी सत्यवीर सिंह ने थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया है.


क्या है पूरा मामला


बता दें कि कामेश्वर नारायण यादव धर्मपुरा ओपी से पूर्व संझौली थाना में पदस्थापित थे. इसी दौरान संझौली थाना अंतर्गत तिलई गांव में आपसी विवाद को लेकर कांड संख्या 54/20 में महिला आरोपी थी. इसी दौरान उक्त महिला कामेश्वर नारायण यादव के संपर्क में आई थी और कमेंश्वर नारायण यादव केस से महिला का नाम हटाने को लेकर उससे बातचीत करने लगे. उसके बाद कामेश्वर यादव का तबादला धर्मपुरा ओपी में हो गया लेकिन कामेश्वर यादव ने उस केस की डायरी अभी तक संझौली थाना में किसी को सुपुर्द नहीं किया था और धर्मपुरा से भी महिला से मोबाइल पर बातें करते रहे और अक्सर केस से नाम हटाने का प्रलोभन देकर महिला से शारीरिक संबंध बनाने की बात की.