मरीज को लाने जा रही एंबुलेंस को पुलिस ने कराया साइड, 15 मिनट बाद दी जाने की इजाजत, जानें पूरा मामला
एंबुलेंस चालक सतीश ने बताया कि वो गोराईपुर गांव में मरीज को लाने जा रहा था. प्रशासन ने गाड़ी पीछे करने का इशारा ना किया होता तो वो काफी पहले पहुंच गया होता.
कैमूर: सरकार लगातार अपील करती है कि जब भी एंबुलेंस को जाते देखें तब खुद की गाड़ी साइड करके उसे रास्ता दें. लेकिन बिहार के कैमूर जिले के मोहनिया में गुरुवार को अलग ही नजारा देखने को मिला. यहां प्रसव पीड़ा से कराह रही प्रसूता को लाने रही अनुमंडल अस्पताल की एंबुलेंस को मोहनिया थाना की पुलिस ने रोक दिया. थाने की गाड़ी निकालने के लिए पुलिस जवानों ने एंबुलेंस को थाने के गेट से लगभग 50 मीटर पीछे बैक कराया.
इस कार्य में करीब 15 मिनट लगे. इसके बाद मोहनिया थाने की पुलिस ने एंबुलेंस को जाने दिया. पुलिस की अनुमति मिलने के बाद एंबुलेंस पेशेंट के लाने के लिए चलती बनी. एंबुलेंस का एक-एक मिनट कीमती होता है, ये जानते हुए भी पुलिस द्वारा की गई इस हरकत की आलोचना पूरे शहर में हो रही है.
वन-वे बन गई है सड़क
दरअसल, एंबुलेंस प्रसूता को लाने थाने के साइड वाली सड़क से जा रही थी. लेकिन थाने के पास पुलिस द्वारा एक्सीडेंट और शराब तस्करी में जब्त किए गए वाहनों को खड़ा दिया गया है, जिससे सर्विस सड़क वन वे हो गई है. ऐसे में एंबुलेंस मरीज को लाने के लिए जैसे ही थाना के पास पहुंची, थाने के अंदर से निकल रही जीप के चालक ने एंबुलेंस के आगे गाड़ी लाकर बंद कर दी. फिर एंबुलेंस को पीछे जाने का इशारा किया. एंबुलेंस लगभग 50 मीटर पीछे गई और सड़क के किनारे खड़ी हुई, तब जाकर मोहनिया थाने की जीप आगे बढ़ी.
इस संबंध में एंबुलेंस चालक सतीश ने बताया कि वो गोराईपुर गांव में मरीज को लाने जा रहा था. प्रशासन ने गाड़ी पीछे करने का इशारा ना किया होता तो वो काफी पहले पहुंच गया होता. इधर, ग्रामीणों ने बताया मोहनिया थाने की पुलिस ने थाने के पास ही रोड के साइड पर ही जब्त वाहनों को खड़ा कर दिया है, जिससे सड़क संकरा हो गया है. दूसरी तरफ हाईवे का नाला खुला पड़ा है. ऐसी स्थिति में एक लाइन से गाड़ी आती है, तो दूसरे ओर से रुक जाती है. लेकिन पुलिस को एंबुलेंस को पहले जाने देना चाहिए था.
वहीं, अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. एके दास ने बताया एंबुलेंस जीवन रक्षक वाहन है. ऐसे वाहन को सभी लोगों को आगे जाने के लिए रास्ता देना चाहिए. एंबुलेंस जब भी निकलती है, तो किसी जरूरी कार्य के लिए ही निकलती है. ऐसे में एक-एक मिनट कीमती होता है. लोगों से अपील है कि वे एंबुलेंस को देखें तो रास्ता जरूर खाली कर दें.
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