पटना: बिहार में इसी महीने के अंत में दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. उपचुनाव को लेकर तैयारी जोरों पर है. आरजेडी उम्मीदवारों की आवाज बुलंद करने के लिए लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) खुद पटना आने वाले हैं. खबर है कि वो पार्टी के दोनों उम्मीदवारों के चुनाव प्रचार में भी शामिल होंगे. पूर्व मुख्यमंत्री के पटना आने को लेकर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है. हालांकि, सत्ता पक्ष के नेताओं ने अभी से ही लालू के पटना आगमन पर तंज कसना शुरू कर दिया है.


 पारिवारिक उथल-पुथल आने का कारण


जेडीयू के प्रवक्ता व पूर्व मंत्री नीरज कुमार (Neeraj Kumar) ने कहा, " सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव बिहार आने वाले हैं. उनके परिवार में राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता चल रही है. धारा 420 के आरोपी तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की राजनीतिक ताजपोशी को लेकर परिवार में जो उथल-पुथल चल रही है, उसकी बेचैनी की वजह से ही वो पटना आ रहे हैं. लेकिन उनका जेल आना-जाना, बिहार में आना-जाना तो उनके जिंदगी की नियती है. इसमें कुछ विशेष नहीं है."


नीरज कुमार ने कहा, " बिहार की जनता अब उस दौर में नहीं जाना चाहती जब 'लालूवाद' विचारधारा थी. उस दौरान बिहार में दलित, पिछड़े, अति पिछड़े, अल्पसंख्यक समुदाय के लोग नरसंहार के शिकार हुए थे. कुल 118 की संख्या में नरसंहार हुए थे. बिहार अब फिर से उस दौर में नहीं जाना चाहता है."


बिहार में हुए विकास को देखें


जेडीयू प्रवक्ता ने कहा, " आप बिहार आइये, उपचुनाव में घूमिए. लेकिन कहीं आपको लालटेन नहीं मिलेगा. सभी जगह बल्ब मिलेगा. अपने कार्यकाल में आपने तो भगवान के घर में भी अंधेरा कर रखा था, जिसके चलते न्यायपालिका ने आपको सजा मुकर्रर की. अब बिहार की सड़कें बेहतर हैं. ऐसे में आप आकर सद्भाव और खुशहाली का बिहार देखें."


पूर्व मंत्री ने कहा, " चूंकि आप जेल प्रवास में थे तो बहुत चीज आपको पता भी नहीं लगा होगा. हर खेत तक हमने बिजली पहुंचा दी है." उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद का आना जाना उनका मान्यता है. लेकिन बिहार की राजनीति पर अब 420 के सजायाफ्ता का कोई असर नहीं पड़ने वाला.



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