पटना: बिहार के मधुबनी जिले के बेनीपट्टी थना क्षेत्र में होली के दिन एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या के बाद इस घटना को लेकर सियासत गर्म है. इस मामले को लेकर सत्ता और विपक्ष आमने-सामने आ गए हैं. इस मामले को लेकर जाति के नाम पर सियासत करने के भी आरोप लगाए गए. विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पुलिस को घेरने की कोशिश की तो गुरुवार को सत्तारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) की ओर से पूर्व मंत्री नीरज कुमार और प्रवक्ता संजय सिंह ने विपक्ष पर पलटवार किया.
जेडीयू नेताओं ने तो तेजस्वी यादव के पीड़ित परिवार से मिलने पर ही सवाल उठाते हुए कहा कि वे पीड़ित परिवार को मदद करने नहीं बल्कि अपना जयकारा करवाने गए थे. पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि घटना 29 मार्च को हुई और अब तक 19 लोगों की गिरफ्तारी हो गई है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि कुर्की जब्ती भी समय पर की गई है. उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है.
इधर, प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि वे खुद पीड़ित परिवार से मिलने के बाद मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी और कहा था कि 72 घंटे के अंदर आरोपी पकड़े जाएंगे और ऐसा हुआ भी. उन्होंने तेजस्वी से सवाल करते हुए कहा कि सीवान में आरजेडी के नेता शहाबुद्दीन ने जिस परिवार के पुत्रों की हत्या की थी उस परिवार से मिलने क्यों नहीं गए? उन्होंने कहा कि सरकार पर आरोप लगाने वाले पुराना इतिहास भी देख लें, लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के शासनकाल में 118 नरसंहार हुए थे और उस समय अपराधियों का पनाहस्थल मुख्यमंत्री आवास होता था.
तेजस्वी यादव ने हत्याकांड को सत्ता संरक्षित घटना बताया
इससे पहले विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने इस हत्याकांड को सत्ता संरक्षित घटना बताते हुए कहा कि नीतीश कुमार की कानून व्यवस्था को सुधारने में कोई दिलचस्पी नहीं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार केवल जोड़तोड़ कर के अपनी कुर्सी बचाने में लगे हैं. हमने तो पीड़ित परिवार के आंसू पोछे. तेजस्वी ने नीतीश के पीड़ितों से अब तक नहीं मिलने पर भी सवाल उठाए. तेजस्वी ने पूर्व मंत्री विनोद नारायण झा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के विधायक विनोद नारायण झा मधुबनी कांड के आरोपी के साथ मुलाकात करते हैं. घटना के एक दिन पहले उनकी आरोपियों से मुलाकात भी हुई थी. उनपर षड्यंत्र का मामला चलना चाहिए.
इस बीच, कांग्रेस, जन अधिकार पार्टी सहित कई पार्टी के नेता पीड़ित परिवार से मिल चुके हैं. उल्लेखनीय है कि होली के दिन महमदपुर गांव में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में घायल एक व्यक्ति का इलाज अभी भी चल रहा है.
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