पटना: यूपी के वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) परिसर के तालाब में शिवलिंग मिलने की चर्चा अब बिहार तक पहुंच गई है. बीजेपी विधायक हरी भूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि भारत में 30 हजार ऐसे मंदिर हैं जिसे तोड़कर मस्जिद बनाया गया है. इसलिए ओवैसी सुपर जिन्ना ना बने. अतीत में हमारे मंदिरों को तोड़कर मस्जिद बनाया गया है. अगर भाईचारा की बात करनी है तो उन मंदिरों को हिंदुओं को सौंप दें, जिन्हें तोड़कर मस्जिद बनाया गया है. अगर ओवैसी कहते हैं कि हम और मस्जिद खोना नहीं चाहते हैं तो हम भी अपने खोए हुए सारे मंदिरों को प्राप्त करेंगे. देश में मंदिरों को तोड़कर मस्जिद बनाया गया था. उसे हम हर हाल में प्राप्त करके रहेंगे.


इसपर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है, वैसे-वैसे बीजेपी के विधायक हरि भूषण ठाकुर की बेचैनी भी बढ़ रही है. वह हर समय मंदिर-मस्जिद की बात करते रहते हैं. बेरोजगारी, महंगाई, बिजली, पानी, जैसी समस्या जो बिहार के सबसे बड़े मुद्दे हैं. भूखमरी, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दे पर अगर बचौल आवाज उठाएंगे तो उनके क्षेत्र की जनता का भला होगा और बिहार का ही भला होगा, लेकिन हरी भूषण ठाकुर इन्हीं आलतू-फालतू बयानों में लगे रहते हैं. इनकी बेचैनी उस दिन खत्म हो जाएगी जब ये सत्ता से बेदखल हो जाएंगे.


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हम ने कहा- BJP विधायक को पागलखाने भेजना चाहिए


इधर, एनडीए में सहयोगी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने बचौल के बयान को पागलपन करार दिया है. उन्होंने कहा कि उनको पागलखाने भेजना चाहिए. हरी भूषण ठाकुर जैसे नेता देश की एकता और अखंडता के लिए कलंक है. इस तरह की बयानबाजी करके मीडिया में बने रहने और सुर्खियां बटोरने का प्रयास करते रहते हैं. अगर उनको लगता है कि मस्जिद के नीचे मंदिर दबा हुआ है तो राज्य में भी उनकी सरकार है और केंद्र में भी उनकी सरकार है. अपनी सरकार से गुहार लगाएं या कोर्ट जाए. इस तरह की बयानबाजी ना करें. दानिश रिजवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अनुरोध किया कि ऐसे नेता को पागलखाने भेजें या उन पर कार्रवाई करें.


अब दूसरी मस्जिद को हम नहीं खो सकते -ओवैसी 


गौरतलब है कि ज्ञानवापी मस्जिद का मामला अभी वाराणसी कोर्ट में है, लेकिन इसको लेकर देश में राजनीति तेज हो गई है. वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में सर्वे के दौरान शिवलिंग मिलने की बात पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) के सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि ज्ञानवापी मस्जिद को बाबरी मस्जिद की तरह नहीं खोना चाहते हैं. ओवैसी ने कहा, "हमने एक बाबरी मस्जिद खोई है, अब दूसरी मस्जिद को हम नहीं खो सकते हैं. वाराणसी कोर्ट द्वारा दिए गए सर्वे का आदेश गलत है और अदालत का आदेश सीधे तौर पर 'प्लेस ऑफ वर्शिप एक्ट 1991' का उल्लंघन कर रहा है."


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