बिहार में मठ-मंदिरों के रजिस्ट्रेशन को लेकर पार्टियों में क्यों मची खलबली? BJP, RJD, JDU और कांग्रेस का बयान आया
Registration of Monasteries and Temples: बिहार के विभिन्न जिलों में लगभग 4000 गैर निबंधित मठ मंदिरों को धार्मिक न्यास बोर्ड से रजिस्टर्ड किया जाना है. इसी पर नेताओं की प्रतिक्रिया भी आ रही है.
पटना: बिहार में करीब चार हजार मठ-मंदिर को रजिस्ट्रेशन कराने के लिए नोटिस भेजा गया है. बिहार सरकार (Bihar Government) के विधि मंत्री डॉ. शमीम अहमद (Dr. Shamim Ahmad) ने इसको लेकर निर्देश भी जारी किया है कि बिहार के विभिन्न जिलों में मौजूद लगभग 4000 गैर निबंधित मठ मंदिरों को धार्मिक न्यास बोर्ड से रजिस्टर्ड कराया जाएगा ताकि सरकारी रुपये से उसका विकास किया जा सके. इस बयान के बाद अब राजनीति भी शुरू है. अलग-अलग पार्टियों से अलग अलग बयान आ रहे हैं.
इस बीच मीडिया के एक सवाल पर कि क्या यूपी, केरल जैसे राज्यों में अवैध मस्जिदों को चिह्नित किया गया है तो क्या ये बिहार में किया जाएगा? इस पर मंत्री ने साफ कहा कि देश के विभिन्न राज्यों की सरकारें अपने-अपने तरीके से काम करती हैं. ऐसे में उनके बयान को किसी अन्य राज्य से जोड़ने की जरूरत नहीं है. मंत्री ने कहा कि विपक्ष के नेताओं के पास अब कोई मुद्दा नहीं है. वे मुद्दा विहीन हो गए हैं इसलिए हर मामले में पेंच फंसा रहे हैं. यह कानून हिंदू धर्म के मठ मंदिरों के विकास के लिए है.
बीजेपी का नीतीश सरकार पर हमला
बिहार विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने नीतीश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सरकार के माथे में खोट है. जिस तरह उत्तर प्रदेश में मस्जिदों मदरसों की मैपिंग की जा रही है तो ये लोग बिहार में दिखाना चाहते हैं कि ये बिहार में सिर्फ हिंदू धर्म, सनातन धर्म के लोगों की चीजों को चिह्नित कर रहे हैं. सम्राट चौधरी ने कहा कि भारत में सनातन धर्म ने औरंगजेब को झेला है, खिलजी को झेला है, इसलिए अब हिंदू धर्म के लोग सतर्क हैं. नीतीश कुमार की सरकार हिंदू धर्म के प्रति अगर कुछ भी गलत करती है तो भारतीय जनता पार्टी इसका विरोध करती रहेगी.
आरजेडी का बीजेपी पर निशाना
इस मामले में आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि सरकार की यह पहल सराहनीय है. आए दिन मंदिर और मठ की जमीनों के लिए विवाद होता है. अगर रजिस्ट्रेशन हो जाता है तो सरकार की नजर रहेगी. मंदिरों का विकास भी होगा. कहा कि हर मामले में बीजेपी राजनीति करती है. बीजेपी तो भोजन में भी सांप्रदायिकता का रंग देने के प्रयास में रहती है. बीजेपी को सिर्फ हिंदू-मुस्लिम करना आता है यह ठीक नहीं है.
बीजेपी अधर्मी पार्टी: कांग्रेस
कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि बिहार सरकार की यह अच्छी पहल है. मंदिर ही नहीं मस्जिद, गुरुद्वारा, चर्च सबका रजिस्ट्रेशन होना अनिवार्य है ताकि सरकार की नजर में रहे. कहां पर कौन सा धार्मिक स्थल है, उसका सरकार विकास कर सके, किसी आयोजन में वहां सुरक्षा मिल सके इसलिए यह ठीक है. कहा कि बीजेपी अधर्मी पार्टी है. सिर्फ हिंदू-मुस्लिम करके लोगों को डराने का काम करती है. झूठ बोलकर लोगों को गुमराह करने का काम करती है. सरकार का काम बहुत ही सराहनीय है.
मुख्यमंत्री पहले से भी कर रहे हैं यह काम: जेडीयू
जेडीयू के प्रवक्ता और पूर्व विधायक मंजीत कुमार ने कहा कि कानून मंत्री ने जो बयान दिया है वह सही कदम है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यह कार्य पहले से भी कर रहे हैं. मंदिरों की जमीनों पर अवैध कब्जा न हो इसको लेकर सरकार चिंतित है. कानून मंत्री ने यह निर्णय लिया है जो अच्छा है.
यह भी पढ़ें- बिहार में 4000 मठ-मंदिरों को नोटिस, तीन महीने के अंदर कराना होगा रजिस्ट्रेशन, क्या अगला नंबर मस्जिद और मदरसों का?