Bihar Politics: बीजेपी के फायर ब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने हाल में ही हिंदू स्वाभिमान यात्रा निकाली थी. उनकी इस यात्रा को लेकर विपक्ष लगातार हमला करता रहा. हिंदू-मुस्लिम एकता को तोड़ने का आरोप लगता रहा. यह मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि दीपावली और धनतेरस से पहले बीजेपी के और नेता ने विवादित बयान दे दिया है जिससे बिहार का सियासी पारा बढ़ गया है. बीजेपी के बिहार प्रभारी रहे हरीश द्विवेदी ने सोमवार (28 अक्टूबर) को एक्स पर पोस्ट करते हुए दिवाली-धनतेरस पर हिंदू समुदाय की दुकानों से खरीदारी की अपील की है.


हरीश द्विवेदी ने एक्स पर लिखा, "मित्रों दीपावली का पवित्र पर्व कल से  प्रारंभ हो रहा है, उसी क्रम में कल धनतेरस का पवित्र त्यौहार है. हमारे सनातन धर्म में यह मान्यता है कि धनतेरस के शुभ दिन हम सब अपने सामर्थ्य के अनुसार कोई नई वस्तु की खरीदारी अवश्य करते हैं. साथियों आप सबको पता है इस समय एक समुदाय विशेष के कलुषित विचार वाले कट्टरपंथियों के द्वारा यह आह्वान बार बार किया जा रहा है कि उनके लोग किसी भी प्रकार की खरीदारी अपने समुदाय की दुकानों से ही करें. मैं आप सभी सनातनी भाइयों से प्रार्थना करता हूं ऐसे कट्टर पंथियों को आप का उचित जवाब यही होगा कि इस त्योहार पर आप सभी खरीदारी सनातनी भाइयों की दुकान से ही करें. हिंदू तन मन हिंदू जीवन.. रग रग हिंदू मेरा परिचय. शुभ दीपावली".


बिहार बीजेपी के नेता ने भी कर दिया बयान का समर्थन


हरीश द्विवेदी के इस पोस्ट पर बिहार में बीजेपी के अन्य नेताओं ने भी समर्थन कर दिया है. बिहार बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने कहा है कि यह तो उनका व्यक्तिगत विचार है, लेकिन हिंदू के पर्व त्योहारों में पवित्रता का विशेष महत्व है. इसी को लेकर हरीश द्विवेदी ने मुस्लिम समुदाय के लोगों की दुकानों से खरीदारी नहीं करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि एक समुदाय विशेष के लोगों ने हाल ही में घिनौनी हरकत की है जो खबरों में आई है. इससे हमेशा आशंका बनी रहती है कि फिर कोई गड़बड़ ना कर दे. हालांकि हरीश द्विवेदी का यह अपना विचार है.






इस तरह का बयान नकारात्मक: जेडीयू


बीजेपी नेता हरीश द्विवेदी के बयान पर बिहार जेडीयू की ओर से तीखी प्रतिक्रिया दी गई है. जेडीयू प्रवक्ता और मुस्लिम समुदाय से आने वाली अंजुम आरा ने कहा, "मुझे नहीं मालूम कि हरीश द्विवेदी जी ने किन परिस्थितियों में किन कारणों से इस तरह का बयान दिया है, लेकिन हमारे देश में गंगा-जमुना की संस्कृति है. छठ महापर्व में मुस्लिम महिला उपवास रखकर चूल्हा बनाती हैं. उस चूल्हे पर हिंदू धर्म की महिलाएं छठ व्रत करती हैं. हमारे देश और बिहार की संस्कृति इस तरह मजबूत है कि इस तरह के नकारात्मक बयान और विचार उनकी जड़ों को परेशान तो दूर की बात है, छू भी नहीं सकते हैं."


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