पटना: राज्यसभा मसान किसान बिल पास करने के दौरान हुए घटना से आहत उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने आज एक दिवसीय उपवास रखा है. अब उनके इस उपवास पर सियासत शुरू हो गयी है. एक तरफ जहां सत्ता पक्ष इस घटना को अशोभनीय बताते हुए विपक्षी नेताओं की निंदा कर रही है. वहीं दूसरी तरफ विपक्ष किसान बिल को किसान विरोधी बताते हुए हरिवंश नारायण सिंह के उपवास को राजनीतिक स्टंट कह रही है.


आरजेडी और बढ़ा रही दुख


बिहार सरकार में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री और प्रदेश के वरिष्ठ बीजेपी नेता विनोद नारायण झा ने राज्यसभा उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह पर हुए हमले के बहाने विपक्ष पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि राज्यसभा में अमर्यादित कृत्य से पूरा बिहार आहत है, इतना ही नहीं इस दुख को आरजेडी और बढ़ा भी रहा है.


गांधीवादी विचारधारा के लोग हैं आहत


उन्होंने कहा कि हरिवंश जी के साथ जो व्यवहार हुआ है, उससे दुनिया भर के गांधीवादी विचारधारा के लोग आहत हैं. इतना ही नहीं, जिन लोगों ने हरिवंश जी का अपमान किया, उल्टे वे लोग ही धरने पर बैठ गए. यह लोकतंत्र को कलंकित करने की घटना है.


संविधान का हुआ है अपमान


प्रदेश बीजेपी के नेता कैलाशपति मिश्र ने कहा कि सभापति का आसन पर बैठा व्यक्ति संविधान का कस्टोडियन होता है इसलिए यह अपमान संविधान का हुआ है. समूचा बिहार इससे दुखी है. लेकिन आश्चर्य है कि आरजेडी ऐसे लोगों के पक्ष में खड़ा है, उन्हें बचा रहा है. आक्रमण करने वाले के बचाव में आरजेडी के खड़ा रहना बिहार को और भी दुख पहुंचा रहा है.


लोकतंत्र’ को ‘गुंडातंत्र’ में बदलने पर आमदा विपक्ष


उन्होंने कहा कि बिहार के बेटे हरिवंश जी के साथ हुआ दुर्व्यवहार बेहद ही निंदनीय है. ‘लोकतंत्र’ को ‘गुंडातंत्र’, में बदलने पर आमदा विपक्ष के इस अमर्यादित बर्ताव एवं व्यवहार की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है. विशेष तौर पर जिस तरह बिहार में आरजेडी के नेताओं ने भी हरिवंश जी पर अपमानजनक टिप्पणियां की है उससे बिहार वासियों को अघात लगा है. संघर्ष से अपनी पहचान और यश अर्जित करने वाले बिहार के बेटे प्रति विपक्ष की ये दुर्भावना उनकी संकीर्ण सोच को दर्शाती है.


बिहार की जनता जरूर लेगी बदला


उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने भी ट्वीट करके इस घटना की निंदा की है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश जी को विपक्ष के अमर्यादित व्यवहार से दुखी हो कर 24 घंटे के उपवास पर बैठना पड़ रहा है. पूरा बिहार उनके साथ है. आरजेडी ने चुप्पी साध रखी है. इसका बदला बिहार की जनता जरूर लेगी.


आरजेडी प्रवक्ता ने कही यह बात


इधर, जब आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी से इस संबंध में बात किया गया तो उन्होंने कहा कि किसान विरोधी बिल के खिलाफ अगर वो उपवास पर बैठते तो किसानों के मन में उनके लिए अधिक श्रद्धा होती. लेकिन वो उस चीज के लिए उपवास ओर बैठ रहे हैं जिसके लिए केंद्रीय मंत्री ने केंद्रीय मंडल से इस्तीफा दे दिया. जब केंद्र के मंत्री ही इसे किसान विरोधी बता रहे हैं ऐसे में उपसभापति जो एक सम्मानित पद है उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था. चूंकि अभी बिहार में चुनाव है इसलिए वो पीएम मोदी और सीएम नीतीश के इशारे पर यह उपवास कर रहे हैं ताकि किसानों का ध्यान भटकाया जा सके. उपवास तो उनको करना चाहिए ताकि किसान बिल वापस हो. किसान उनके लिए प्राथमिकता होनी चाहिए.