पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा हो गई है. ऐसे में राजनीतिक दल एक दूसरे पर हमला का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. इसी क्रम में शुक्रवार को कृषि बिल के विरोध में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पटना की सड़कों पर ट्रैक्टर दौड़ाया था. इस दौरान तेज प्रताप यादव ट्रैक्टर की छत पर सवार हुए थे. अब जेडीयू तेजस्वी यादव से ट्रेक्टर चलाने का लाइसेंस मांग रही है. साथ ही तेज प्रताप यादव के ट्रैक्टर की छत पर बैठने को जेडीयू मोटर व्हैकिल एक्ट का उलंघन बताया है.


मंत्री नीरज कुमार ने कही यह बात


बिहार के सूचना जनसंपर्क विभाग के मंत्री नीरज कुमार ने कहा, " विपक्ष के नेता धारा 420 के आरोपी तेजस्वी यादव, आपके आंदोलन में भी फर्जीवाड़ा शुरू हो गया. ट्रैक्टर है कृष्णा राय जी का और ट्रैक्टर चला रहे हैं आप, तो बिहार के जनता को यह बताइए मीडियम गुड व्हीकल का लाइसेंस है कि नहीं? और आपके भाई जो छतरी पर बैठ चढ़ गए, वह मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 179 के तहत अपराध है. क्या अपराध आपका राजनैतिक कुसंस्कार है? बिहार की जनता इस बात को जानती है ट्रैक्टर दूसरे का है, लाइसेंस है कि नहीं? उनके भाई कानून का उल्लंघन करते हैं और आपके माता पिता तो नौकरी के नाम पर जमीन लिखवाने के स्पेशलिस्ट माने ही जाते हैं.


आरजेडी ने कहा- जनता के हाथ में फैसला


जेडीयू के आरोपों का खंडन करते हुए आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जेडीयू तेजस्वी यादव की फोबिया से ग्रसित है. जिस तरह से किसान बिल के विरोध में किसान तेजस्वी के समर्थन में सड़कों पर उतरे उससे ये घबरा गए हैं आरोपों का क्या है पहले भी इस तरह के हमले होते रहे हैं अब चाहे नाम को लेकर हो या बस पर बैठने या फिर मिट्टी घोटाले का आरोप. अब तो सबकुछ जनता की अदालत में है जिससे घबराकर ये आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं. लेकिन आखिरी फैसला जनता जनार्दन करेगी. बहरहाल, चुनावी दंगल में इस तरह के नजारे और भी देखने को मिलेंगे. अब कौन किसपर कितना भारी पड़ेगा ये तो वक्त ही तय करेगा.