(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
बिहार में शुरू हुई पोस्टर पॉलिटिक्स, अपराध से जुड़े सवाल पर भड़के CM नीतीश का विपक्ष ने जारी किया पोस्टर
पटना के आरजेडी ऑफिस के बाहर लगी है पोस्टर जिस पर लिखा है..बिहार में अपहरण हत्या लूट और बलात्कार है, क्या यही सुशासन की सरकार है, हत्यारे एवं अपराधियों से सहमा बिहार है, क्या यही सुशासन की सरकार है.
पटना : बिहार में इन दिनों लगातार अपराध का ग्राफ बढ़ता जा रहा है. ऐसे में इस बढ़ते अपराध से सरकार के साख पर सवाल उठने शुरु हो गए हैं तो विपक्ष इस मुद्दे पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने में लग गई है, और शुरु हो गई है पोस्टर पॉलिटिक्स. इसी कड़ी में पटना के आरजेडी ऑफिस के बाहर लगी है पोस्टर जिस पर लिखा है..बिहार में अपहरण हत्या लूट और बलात्कार है, क्या यही सुशासन की सरकार है, हत्यारे एवं अपराधियों से सहमा बिहार है, क्या यही सुशासन की सरकार है.
इस पोस्टर पर जिले में होने वाली कई घटनाओं की खबरों को इंगित किया गया है साथ ही तस्वीर में यह भी दर्शाया गया है कि मुख्यमंत्री अपराध को लेकर पत्रकारों की पूछे गए सवाल पर किस तरह नाराज होते हैं. इस पोस्टर में पत्रकार सवाल कर रहे हैं--सर बिहार में क्राइम रुक नहीं रहा है, लगता है आप की सरकार का इकबाल खत्म हो गया है. इस पर मुख्यमंत्री जवाब देते नजर आ रहे हैं ज्यादा होशियार मत बनो अभी क्या हो रहा है उस पर ध्यान मत दो. 16 साल पहले क्या हुआ था उन चीजों को हाईलाइट करो.... समझे.
पोस्टर पर एक तस्वीर यह भी दिखाई गई है जिसमें मुख्यमंत्री फोन पर राज्य सभा सांसद और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी से कह रहे हैं..... हेलो अरे बिहार में क्राइम रुक नहीं रहा है, समझ में नहीं आ रहा है क्या करूं. आप तो दिल्ली भाग गए हमको छोड़कर. तो वहीं दूसरी तस्वीर में सुशील कुमार मोदी जवाब देते नजर आ रहे हैं कि मेरी मानिए तो जिस तरह से मैंने पितृपक्ष के मेले के समय अपराधियों के हाथ जोड़कर अपराध नही करने का निवेदन किया था आप भी कीजिए क्या पता अपराधियों को दया आ जाए और अपराध कम हो जाए बिहार में.
इस पोस्टर को लगाने वाले युवा राजद के प्रदेश महासचिव ऋशि यादव ने कहा कि जो बिहार की हकीकत है उसे इस पोस्टर में दर्शाने की कोशिश की है हमने.
आरजेडी के पोस्टर पर जेडीयू का पलटवार
आरजेडी के इस पोस्टर पर जेडीयू ने किया पलटवार. जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि आरजेडी जमीनी हकीकत से कोसों दूर है इसलिए टि्वटर हैंडल और पोस्टर वॉर का सहारा लेती है. यह पोस्टर वॉर और टि्वटर के जरिए सरकार पर कटाक्ष करना उनकी मानसिकता को दर्शाता है. जहां तक बिहार में कानून व्यवस्था की बात है तो सरकार को कम से कम आरजेडी से कानून व्यवस्था पर सीख लेने की जरूरत नहीं है, क्योंकि उनकी मानसिकता 16 साल पुरानी है.
बिहार में जो घटनाएं घटी हैं सरकार उसके निदान पर लगी हुई है और अगर ऐसे समय में इस तरह की ओछी बातों से सरकार पर पोस्टर के जरिए और ट्वीटर के जरिए आरजेडी करती है तो यह उनकी मानसिकता को दर्शाता है.