समस्तीपुर: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) बीते साल दो अक्टूबर से बिहार के विभिन्न जिलों में जन सुराज पदयात्रा कर रहे हैं. फिलहाल समस्तीपुर में स्वास्थ्य कारणों से उनकी पदयात्रा स्थगित है. वह हर दिन बयान जारी कर अलग-अलग पार्टी के नेताओं को घेर रहे हैं. बीजेपी, नीतीश कुमार या लालू यादव सब पर हमलावर हैं. बीते मंगलवार (6 जून) की देर शाम बयान जारी करते हुए पीके ने चार शब्द कहकर नीतीश सरकार (Nitish Kumar) के लिए बड़ी बात कह दी.
पीके का बालू और शराब माफिया पर एक बड़ा बयान आया है. दरअसल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम की ओर से सोमवार (5 जून) को जेडीयू एमएलसी राधाचरण साह, आरजेडी नेता पुंज कुमार सिंह समेत दोनों ही पार्टियों के कई नेताओं के ठिकानों पर की गई छापेमारी की कार्रवाई की चर्चा खूब हो रही है. इस बारे में आम जनता के बीच से ये बात निकल कर आ रही है कि आखिरकार कई सालों से बिहार में तेजी से फल-फूल रहे इस अवैध व्यापार की पोल अब देर-सबेर खुल ही रही है.
पीके बोले- दो नए उद्योग तेजी से फल-फूल रहे
वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा जनता के हितों को लेकर की जा रही इस तरह की अनदेखी पर जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में बीते पांच से सात सालों में दो नए उद्योग तेजी से फल-फूल रहे हैं, एक है शराबबंदी से जुड़ा शराब माफिया और बालू माफिया. ये दोनों उद्योग आज से कुछ सालों पहले इतने बड़े पैमाने पर नहीं थे. बालू के अवैध खनन से आज हजारों-करोड़ों रुपये की लूट हो रही है. इसमें नीचे से लेकर ऊपर तक सब मिले हुए हैं.
'घर-घर हो रही शराब की डिलीवरी'
प्रशांत किशोर ने चार शब्द कहा कि 'जिसकी लाठी, उसकी भैंस', जिसकी जहां ताकत है, वो वहां से बालू उठा रहा है और बेच रहा है. ऐसा कर हजारों-करोड़ों रुपये लूटे जा रहे हैं. प्रशांत किशोर ने शराबबंदी को लेकर नीतीश सरकार को घेरते हुए कहा, शराबबंदी के नाम पर सिर्फ शराब की दुकानें बंद हैं लेकिन घर-घर डिलीवरी हो रही है. कोई पूछने वाला नहीं है.
यह भी पढ़ें- Bhagalpur Bridge Collapse: भागलपुर में पुल गिरने के पीछे ये है कारण? सुशील मोदी ने लगाया आरोप, CM नीतीश पर हमला