Bihar Politics: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के चट-पट और झट वाले बयान का प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने मतलब समझाया है. तेजस्वी यादव की इस टिप्पणी पर शुक्रवार (03 नवंबर) को प्रशांत किशोर ने बयान दिया और कहा कि यह सब कुछ तेजस्वी यादव ने अपने जीवन में पाया है. दरअसल गुरुवार (02 नवंबर) को पटना के गांधी मैदान में शिक्षक नियुक्ति को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा था कि यह चट-पट और झट वाली सरकार है. चट से फॉर्म भरिए, पट से परीक्षा दीजिए और झट से नौकरी लीजिए.


प्रशांत किशोर ने तंज कसते हुए कहा कि जो विद्वान लोग हैं, जो अनुभवी लोग हैं वो आपको बताएंगे कि जब भी आप झटपट और शॉर्टकट करते हैं तो आप जीवन में कुछ नहीं पाते हैं. तेजस्वी यादव जैसे लीडर्स से आप इससे ज्यादा क्या अपेक्षा कर सकते हैं? उन्होंने भी अपने जीवन में सब कुछ झटपट ही पाया है. समाज के लिए कुछ किया नहीं है. अपनी कुछ योग्यता नहीं दिखाई है. उन्होंने किसी क्षेत्र में अपना पराक्रम, अपना पुरुषार्थ, अपनी योग्यता नहीं दिखाई है.


पीके का सवाल- 15 साल रहे माता-पिता, क्यों नहीं सुधारा?


तेजस्वी पर हमला करते हुए पीके ने कहा कि लालू यादव के लड़के हैं तो झटपट कुर्सी पर बैठ गए और बिना झटपट बिहार को समझे इसे सुधारने की बात कर रहे हैं. उनसे कोई पूछने वाला नहीं है कि 15 साल आपके माता-पिता यहां पर मुख्यमंत्री थे तब झटपट आपने बिहार को क्यों नहीं सुधार दिया?


प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार को बताया मुखौटा


शुक्रवार को मधुबनी के बासोपट्टी में पत्रकारों से बातचीत में प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि तेजस्वी यादव आज एक साल से उप मुख्यमंत्री हैं, आप डिफेक्टिव सरकार चला रहे हैं, नीतीश कुमार तो मुखौटा हैं. आप स्वास्थ्य मंत्री हैं, तो आप झटपट यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था को कब सुधारिएगा? पथ निर्माण मंत्री भी हैं तो झटपट यहां के रोड कब बनाए जाएंगे. आप ग्रामीण कार्य मंत्री हैं तो आपने बिहार के गांव की बदहाली है, नाली-गलियों की दुर्दशा को झटपट कब सुधारा है? पीके ने तेजस्वी से कहा कि आप जो तीन विभाग चला रहे हैं उसके बारे में बता दीजिए, बाकी की बातें बाद में कीजिएगा.


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