पटना: जन सुराज पदयात्रा के 111वें दिन गोपालगंज (Gopalganj) के बरौली प्रखंड में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) पहुंचे हुए हैं. इस दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के हर जवाब में 'हमको पता नहीं है' कहते हैं. अगले चुनाव में जनता कहेगी हमको नहीं पता नीतीश कुमार कौन हैं. नीतीश कुमार के जीवन में बस एक ही प्राथमिकता रह गई कि वह किसी भी तरह से मुख्यमंत्री बने रहें. चाहे वह बीजेपी (BJP) के साथ रहकर बने या लालटेन के साथ उन्हें उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है.


'महागठबंधन का कुछ नहीं होने वाला है'


प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी के विरोध में कांग्रेस पार्टी 'भारत जोड़ो यात्रा' कर रही है और हम देख रहे हैं उसमें कई राज्यों के विपक्ष के नेता शामिल हो रहे हैं लेकिन नीतीश कुमार उस यात्रा में शामिल भी नहीं हुए. इसलिए यह महागठबंधन नीतीश कुमार द्वारा बनाई गई है, इससे उन्हें अपनी कुर्सी पर बने रहने में मदद मिल रही है. कई लोगों ने हल्ला मचाया कि नीतीश कुमार देश के स्तर पर महागठबंधन बना रहे हैं, मैंने उस दिन ही कहा था कि बिहार के बाहर इस महागठबंधन का कुछ नहीं होने वाला है.


17 साल बाद समाधान करने का एहसास हुआ- प्रशांत किशोर


नीतीश कुमार की समाधान यात्रा पर हमला करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि 17 साल मुख्यमंत्री रहने के बाद उन्हें एहसास हुआ है कि कुछ समाधान करने की जरूरत है तो ये अच्छी बात है, लेकिन अपने बंगले से निकलकर परिसदन सर्किट हाउस में बैठकर अफसरों के साथ बैठकर परिचर्चा करना 'यात्रा' कैसे हो गई नीतीश कुमार पहले भी ऐसी 14 यात्राएं कर चुके हैं.


'यह किस तरह की यात्रा है?'


समाधान यात्रा के तहत का नीतीश कुमार ने पश्चिम चंपारण  की सभी समस्याओं का समाधान उन्होंने चार घंटे में ही कर दिया.15 मिनट में उन्होंने पूर्वी चंपारण के सभी मसलों का समाधान कर दिया. गोपालगंज जिले में तो वे आये तक नहीं. प्रशांत किशोर ने कहा कि यह किस तरह की यात्रा है कि आप हेलीकॉप्टर से आए परिसदन में बैठे अपने चार अफसरों और तीन चाटुकार मंत्री को अगल-बगल में बैठाया और आपकी यात्रा पूरी हो गई. 


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