समस्तीपुर: जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) इन दिनों जिले में पदयात्रा कर रहे हैं. इस दौरान बुधवार को सरायरंजन में उन्होंने कहा कि समस्तीपुर की स्थिति देख लीजिए, जहां केंद्र से लेकर राज्य में जिले से तीन मंत्री हैं. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय (Nityanand Rai), वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी (Vijay Kumar Chowdhary) और भूमि सुधार एवं कृषि मंत्री आलोक कुमार मेहता (Alok Kumar Mehta) पर तंज कसते उन्होंने कहा कि यहां ऐसी दशा है कि कोई गांव ऐसा नहीं है जहां की जनता त्रस्त न हो. पानी के लिए, रोड के लिए, रोजगार के लिए अस्पताल के लिए जनता परेशान है.


'12-13 दिनों से समस्तीपुर में पैदल चल रहा हूं'


प्रशांत किशोर ने कहा कि कम से कम 12-13 दिनों से समस्तीपुर में पैदल चल रहा हूं. यहां धमौन एक बड़ा गांव है, वहां 50 हजार की आबादी है, वहां के लोगों ने बताया कि हम ही लोग तय करते हैं कि यहां विधायक कौन बनेगा. हमारे गांव के 50 हजार वोटर हैं. उसी गांव के लोग ये भी बता रहे हैं कि यहां पर करीब 30 सालों से लोग अस्पताल की मांग कर रहे हैं. इसके बावजूद वहां एक छोटा भी अस्पताल नहीं है.


आप अपने वोट की ताकत समझिए- प्रशांत किशोर


चुनावी रणनीतिकार ने कहा कि आप ही समझिए कि जिस गांव में 50 वोटर हैं फिर भी वहां अस्पताल नहीं बन रहा है तो आप समझिए वहां के लोग बीजेपी, धर्म, भारत-पाकिस्तान के नाम पर वोट दे रहे हैं. इससे वहां लोगों की परेशानी कैसे दूर होगी? मेरे पास योजना नहीं है, बल्कि यह बता रहा हूं कि आप अपने वोट की ताकत समझिए. उसकी शक्ति समझिए और कीमत समझिए. लालू यादव का चेहरा देखकर, नरेंद्र मोदी का चेहरा देखकर वोट कीजिएगा तो बिहार नहीं सुधरेगा.


ये भी पढ़ें: Bihar: ...तो इसलिए CM नीतीश करवा रहे हैं फोन टैपिंग? जीतन राम मांझी बोले- 'हमने तो मां कसम खाई थी, लेकिन...'