Prashant Kishor: CM नीतीश को लेकर बिहार के लोग क्या करते हैं चर्चा? पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर ने किया अनुभव साझा
Lok Sabha elections 2024: प्रशांत किशोर पूरे बिहार का दौरा कर रहे हैं. वहीं, इस दौरान मुजफ्फरपुर में उन्होंने कई मुद्दों को लेकर सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला.
पटना: जन सुराज के सूत्रधार और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) मुजफ्फरपुर के सकरा वाजिद में मंगलवार को प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने कहा कि आज की तारीख में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की एक ही प्राथमिकता रहती है, किसी तरीके से मैं मुख्यमंत्री बना रहूं. ऐसा नहीं है कि इसके लिए आपको राजनीतिक विश्लेषक रहना है. गांव-गांव में लोग आपको समझ रहे हैं. हम तो इतने दिनों से गांव में चल रहे हैं और बच्चा-बच्चा इस बात को समझता है और इन्हीं शब्दों में कहता है. आप भी सुनते होंगे कि लोग कहते हैं कि अरे नीतीश कुमार को तो बस मुख्यमंत्री बनने से मतलब है. चाहे वो जैसे बने और जो उनके सीएम बनने में सहयोगी हैं वो नीतीश के हिसाब से ठीक है, जो सहयोगी नहीं है, उनके शब्दों में उसे कोई ज्ञान नहीं है क्योंकि बिहार में एक ही ज्ञानी हैं, वो नीतीश कुमार है.
नाम बदलने के बजाय नया पार्क बनवाएं- प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने बिहार की राजधानी पटना में सूबे के कैबिनेट मंत्री तेज प्रताप यादव द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखे पार्क का नाम बदलने के मुद्दे पर नीतीश कुमार, तेज प्रताप को जमकर लताड़ लगाई. उन्होंने कहा कि ये इनकी ओछी मानसिकता को दिखाता है. नाम बदलने के बजाय नया पार्क बनवाएं और फिर नामकरण करें. कोई भी आदमी चाहे वो कांग्रेस के हों, बीजेपी के हो या समाज के हो, जिसने राष्ट्र के लिए कुछ किया हो उनके नाम पर सड़क का नाम हो, पार्क का नाम हो, उसे बदलना अच्छी बात नहीं है. किसी और के नाम से बनाना है, तो नया पार्क बना दीजिए, लेकिन किसी के नामकरण को हटाना आपकी ओछी मानसिकता को दिखाता है. नीतीश कुमार इस पर सवाल नहीं उठाएंगे, क्योंकि ये आज की तारीख में उनका आरजेडी दरवाजा है.
'मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही बनेंगे'
आगे चुनावी रणनीतिकार ने कहा कि बिहार में एक ही ज्ञानी हैं, वो नीतीश कुमार है, ये बात तो हमको मानना पड़ेगा कि उन्हें इतना तो ज्ञान है कि कुर्सी पर कैसे बने रहना है. चाहे जनता का समर्थन हो या न हो, जनता उनको वोट करे या न करे. जनता चाहे वोट कांग्रेस को करे, आरजेडी को करे, बीजेपी को करे या निर्दलीय को करे, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही बनेंगे, ये उन्होंने तय कर लिया है. इतना उनको ज्ञान भी है समझ भी है, इस बात का वो फायदा उठा रहे हैं.