पटना: प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) जन सुराज पदयात्रा पर हैं. अपनी यात्रा के दौरान वो रोज नीतीश कुमार को लेकर कुछ न कुछ बयानबाजी करते हैं. गुरुवार को भी उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को आड़े हाथों लिया. साथ ही लालू यादव (Lalu Yadav) पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ये नहीं समझ पा रही है कि अगले चुनाव में नीतीश किसके साथ होंगे. कहा कि उनका तो कोई दल है ही नहीं वो कभी कमल तो कभी लालटेन पकड़ कर लटक जाते हैं. लोग यहां या तो बीजेपी या आरजेडी के नाम पर ही वोट करते हैं. कहा कि बिहार में परिवार के स्वार्थ की राजनीति होती है. लालू अपने लड़के को सीएम बनाना चाहते हैं और यादव समाज से वोट करने के लिए भी कहते हैं.


'नीतीश का खुद का कोई दल नहीं है'


जन सुराज पदयात्रा के दौरान सिवान में एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के लोग मुख्य रूप से चार मुद्दे जैसे- जाति, हिन्दू- मुस्लिम, भारत-पाकिस्तान और पुलवामा के नाम पर वोट करते हैं. वोट करने के लिए बिहार के लोगों के पास केवल दो ही विकल्प है, मोदी की बीजेपी और लालू की आरजेडी. प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार का तो कोई दल ही नहीं है, वो कभी कमल पकड़ के लटक जाते है तो कभी लालटेन पकड़ कर लटकते हैं. बिहार की जनता समझ ही नहीं पा रही है कि अगले चुनाव में नीतीश कुमार किसके साथ रहेंगे. बिहार में बीजेपी को वोट इसलिए मिल रहा है क्योंकि लोग लालू के जंगलराज से बचना चाहते हैं. लालू के लालटेन को इसलिए वोट मिल रहा है क्योंकि मुस्लिम विरोधी पार्टी बीजेपी से बचा जा सके.


जनता सपोर्ट कर रही कास्ट पॉलिटिक्स


प्रशांत किशोर ने जाति की राजनीति के लिए जनता को जिम्मेदार ठहराया. कहा कि नेता नहीं जनता कर जाति की राजनीति कर रही, वरना लालू का बेटा मुख्यमंत्री की दौड़ में नहीं होता. जन सुराज पदयात्रा के दौरान सिवान के अंगौता पंचायत में एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि कोई भी नेता बिहार की जनता को नहीं ठग रहा है. कोई नेता और दल अगर जनता को ठगता तो एक या दो बार ठगता, लेकिन आज जनता 50 साल से लगातार नेता और दल का शिकार बन रही है. आज से 50 साल पहले भी बिहार की यही दुर्दशा थी और अब 50 साल बाद भी कोई बदलाव नहीं आया है. बच्चे जवान हो गए, जवान बुढे हो गए. आज भी देश का सबसे गरीब, सबसे ज्यादा पिछड़ा, अशिक्षित, बेरोजगारी वाला राज्य बिहार ही है. 


परिवार के स्वार्थ की राजनीति


उन्होंने कहा कि बिहार की जनता हमको बता रही है कि यहां नेता जाति की राजनीति कर रहे हैं, इस बात का जवाब देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि कोई नेता जाति की राजनीति नहीं कर रहा है. अगर नेता जाति की राजनीति करते तो आज लालू जी कहते की बिहार का नेता कोई यादव समाज का होगा, लेकिन लालू जी का कहना है कि हमारा लड़का बिहार का नेता होगा. आप सभी यादव समाज के लोग हमे वोट करें तो ये जाति की राजनीति नहीं ये परिवार के स्वार्थ की राजनीति है.


यह भी पढ़ें- Bihar: ‘जिसके लिए इज्जत लुटाई उसी के संग रहेंगे’, सीवान में प्यार में धर्म बदलकर लड़की ने शादी की, अब पति छोड़कर फरार