Prashant Kishor News: चुनावी रणनीतिकार और जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) पर एक बार फिर हमला किया है. ना सिर्फ नीतीश कुमार की सात निश्चय योजना (Saat Nischay Yojna) पर प्रहार किया बल्कि हाल ही में 12 लाख नौकरी देने के वादे पर भी पीके ने तंज कसा. प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर तीखा हमला करते हुए पूरा हिसाब-किताब समझाया और कहा कि अपनी कुर्सी बचाने के चक्कर में वह 2015 में किए गए अपने सात निश्चयों को भूल गए.


जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा, "नीतीश जी ने जिन 7 निश्चयों की घोषणा 2015 विधानसभा चुनावों में की थी, अब तक उन पर क्या काम हुआ उसका कोई हिसाब नहीं दिया गया है. नीतीश जी अपनी कुर्सी बचाने के चक्कर में उन सभी निश्चयों को भूल गए हैं." जन सुराज की ओर से शुक्रवार (23 अगस्त) को पीके का यह बयान जारी किया गया है.


'नई नौकरी का ऐलान करना एक चुनावी जुमला'


पीके ने नीतीश पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने बिहार के युवाओं से वादा किया था कि उनकी सरकार हर 18 से 35 वर्ष के बेरोजगार युवाओं को एक हजार का बेरोजगारी भत्ता देगी. इसके साथ ही सात निश्चयों में से एक निश्चय यह भी था कि एक करोड़ से ज्यादा परिवारों के बच्चों को 12वीं से आगे तक की पढ़ाई के लिए सस्ता कर्ज दिया जाएगा. बिहार सरकार के आंकड़ों के अनुसार पिछले 10 वर्षों में मात्र 9 लाख को ही इसका फायदा मिला. नीतीश कुमार का 12 लाख नई नौकरी देने का ऐलान करना केवल एक चुनावी जुमला है.


प्रशांत किशोर ने कहा कि इसके साथ ही सात निश्चयों में से एक निश्चय यह भी था कि नाली-सड़कों का पक्कीकरण किया जाएगा, जो ग्रामीण क्षेत्रों में एक बड़ी समस्या है. यदि आप गांवों में जाएंगे, तो यह मालूम पड़ता है कि 80 करोड़ की इस योजना में केवल भ्रष्टाचार हुआ है, असलियत में इसपर कोई काम नहीं हुआ है.


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