Bihar Politics: बिहार की राजनीति में इस तरह नेता एक-दूसरे पर बयान दे रहे हैं कि कैंसर और एड्स जैसे शब्दों को बोलने से भी नहीं कतरा रहे हैं. बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी (Samrat Choudhary) ने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) को बिहार के लिए कैंसर बता दिया तो वहीं आरजेडी के प्रवक्ता शक्ति यादव (RJD Shakti Yadav) ने पलटवार करते हुए सम्राट चौधरी को एड्स बता दिया. इन सबके बीच बुधवार (11 अक्टूबर) को चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने बड़ा बयान दिया है.
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में राजनीति और वाद-विवाद का स्तर यही है. बिहार में ज्यादातर लोग भी ऐसे ही व्यक्ति को नेता मानते हैं जिसको भाषा का कोई ज्ञान न हो विषय का ज्ञान न हो. जो आदमी गाली-गलौज करे, बदमाशी करे लूट-मार करे, गोली-बंदूक की बात करे उसी को बिहार में मजबूत नेता लोग मानते हैं. प्रशांत किशोर सीतामढ़ी के सोनबरसा के भूताही में मीडिया से बात कर रहे थे.
पीके बोले- मुझे समाज के साथ काम करना है
पत्रकारों से बातचीत के क्रम में प्रशांत किशोर ने कहा कि नेताओं के कहे गए ऐसे फिजूल शब्दों पर मेरा कोई यकीन नहीं है, न ही मैं ऐसे शब्दों का प्रयोग करता हूं न ही कोई दूसरा करता है तो मैं रिएक्ट करता हूं. मैं पदयात्रा किसी नेता पर तीखा टिप्पणी करने किसी नेता की शिकायत करने के लिए पदयात्रा नहीं कर रहा हूं. मुझे समाज के साथ काम करना है.
'ऐसा नहीं है कि बिहार की राजनीति की समझ नहीं'
प्रशांत किशोर ने कहा कि कई लोगों को लग सकता है कि इसका कोई असर नहीं पड़ेगा मगर आप इतना मान कर चलिए कि बिहार में जितने लोगों को आप नेता मानते हैं या जो लोग भी राजनीति करते हैं उससे कम राजनीति की समझ मुझे भी नहीं है. थोड़ी बहुत राजनीति की समझ मुझे भी है. बिहार में जो सबसे बड़ा नेता होगा उनके नेताओं के नेता को हमने सलाह दी है तो ऐसा नहीं है कि बिहार की राजनीति और समाज की समझ मुझे नहीं है.
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