पटना: तमिलनाडु (Tamil Nadu) में कथित बिहारी मजदूरों पर हिंसा मामले को लेकर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने शनिवार को बड़ा बयान दिया. उन्होंने तमिलनाडु और बिहार पुलिस (Bihar Police) को चुनौती देते हुए कहा कि इस घटना को लेकर दो वीडियो मैंने ट्वीट किया है अगर वह फेक है तो आप मुझ पर केस कर दीजिए. दोनों वीडियो सब के सामने है. जिन लोगों ने फेक वीडियो वायरल (Viral Video) किया है उन पर कारवाई हो लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि बिहारी मजदूरों के साथ घटना नहीं हुई है. तमिलनाडु पुलिस (Tamil Nadu Police) ने भी वीडियो साझा की है. रेल में मारपीट की घटना हुई है और उस मामले में गिरफ्तारी भी हुई है.
'हिंदी भाषियों को घर-घर में जाकर मारेंगे'
प्रशांत किशोर ने कहा कि तमिलनाडु के एक बड़े लीडर हैं जिसका वीडियो मैंने जारी किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि हिंदी भाषियों को घर-घर में जाकर मारेंगे और सात दिन के अंदर उनको भागना पड़ेगा. 13 फरवरी की यह घटना है और 12 फरवरी को उस नेता ने यह बयान दिया था. तमिलनाडु और केरल में मारपीट की घटना की स्थिति साफ नहीं है लेकिन पिछले कई महीनों से इस तरह की बयानबाजी चल रही है और उसमें कई तरह के लोग शामिल हैं.
हिंदी भाषियों के खिलाफ घटना हुई है- प्रशांत किशोर
आगे चुनावी रणनीतिकार ने कहा कि जब सामाज और राजनीति के जिम्मेदार लोग इस तरह के बयान देंगे तो उसका एक असर ये भी हो सकता है. ऐसी बात नहीं है कि वहां पर ऐसी घटना हुई ही नहीं है. वो बात अलग है कि किसी ने फेक वीडियो उस घटना के नाम पर वायरल कर दिया हो लेकिन हिंदी भाषियों के साथ वहां पर बदसलूकी हुई है. जो लोग तमिलनाडु को समझते हैं उनको पता है कि तमिलनाडु के कोंगू इलाके में हिंदी भाषियों के खिलाफ इस तरह की घटना हुई है. मैं फिर से साफ तौर पर कह रहा हूँ कि जो लोग वहां भाषण दे रहे हैं और तमिलनाडु के लोगों को हिंदी भाषी लोगों के खिलाफ भड़का रहे हैं उन पर निश्चित कार्रवाई होनी चाहिए.