Prashant Kishor: बिहार में जन सुराज के नाम से एक और दल की एंट्री हो गई है. जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बुधवार (02 अक्टूबर) को औपचारिक रूप से पटना के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में पार्टी का ऐलान कर दिया. इस बीच पार्टी के गठन के साथ ही पहले दिन प्रशांत किशोर को बड़ा झटका लगा है. प्रशांत किशोर सरकार बनाने के बाद बिहार में जिस शराबबंदी कानून को हटाने की बात कर रहे हैं उसके समर्थन में बिहार की महिलाएं नहीं हैं.
बुधवार को वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में जन सुराज की सभा में प्रदेश के अलग-अलग इलाकों से महिलाएं भी पहुंचीं थीं. उनसे एबीपी न्यूज़ की टीम ने शराबबंदी के मुद्दे पर बात की जिसे प्रशांत किशोर ने सरकार बनते ही एक घंटे में हटाने का ऐलान किया है. क्योंकि पीके के बड़े ऐलानों में एक यह बयान भी शामिल है.
'बिहार में कभी खत्म नहीं होने देंगे शराबबंदी'
कार्यक्रम में पहुंची महिलाओं ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार में भ्रष्टाचार ज्यादा होने और बिहार में बदलाव करने की बात कही, लेकिन सवाल जब शराबबंदी हटाने को लेकर की गई तो वे सीधे तौर पर इसके खिलाफ हो गईं. वे सीएम नीतीश कुमार के पक्ष में आ गईं. नीतीश कुमार के निर्णय को सही ठहराते हुए कहा कि बिहार में कभी शराबबंदी खत्म नहीं होने देंगे.
...तो ढाक पर चले जाएंगे प्रशांत किशोर
औरंगाबाद जिले के रफीगंज से महिलाओं की एक टोली पहुंची थी. एक महिला ने कहा कि अगर प्रशांत किशोर ने शराबबंदी हटाई तो वह ढाक पर चले जाएंगे. कुछ महिलाओं ने बताया कि यह बात सही है कि सभी जगहों पर शराब मिल रही है, लेकिन शराबबंदी होने से लोगों में डर बना हुआ है. अगर शराब पूरी तरह चालू हो जाएगी तो सभी महिलाओं का घर बर्बाद हो जाएगा, इसलिए शराबबंदी कभी चालू नहीं होने देंगे.
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का शुरू से ही महिलाओं के वोट पर कब्जा रहा है. कई बार खुद सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि उन्होंने महिलाओं की मांग पर ही बिहार में शराबबंदी को लागू किया है. उधर रैली में पहुंची कई महिलाओं को यह भी पता था कि प्रशांत किशोर कौन है. जन सुराज क्या है. कई महिलाओं ने कहा कि हमें मुखिया जी ने कहा है चलने के लिए. इस पर वे चली आई हैं.
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