Prashant Kishore Meeting with Chandrababu Naidu: लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर देशभर में राजनीतिक सरगर्मी अपने चरम पर है. सभी पार्टियां अपनी-अपनी रणनीतियां तैयार करने में जुटी हुई हैं. इसी बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर शनिवार को आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू से मिलने पहुंचे. इस मुलाकात से माना जा रहा था कि वह टीडीपी के पॉलिटिकल स्ट्रैटजिस्ट बनने वाले हैं, लेकिन अब पीके ने अपने बयान से कयासों पर विराम लगा दिए हैं. उन्होंने कहा है कि आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम केवल एक 'शिष्टाचार मुलाकात' की गई है. वह बहुत लंबे समय से टीडीपी अध्यक्ष से मिलना चाहते थे और फाइनली मुलाकात हो गई.


गौरतलब है कि चंद्रबाबू नायडू के साथ प्रशांत किशोर की मुलाकात ने बाकी राजनीतिक दलों की टेंशन कुछ और बढ़ा दी है. सत्ताधारी पार्टी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (Yuvajana Sramika Rythu Congress Party) को नेता इसकी आलोचना भी की है. साल 2024 के लोकसभा चुनाव के साथ के अलावा आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव भी होने हैं. इस बीच मीडिया से बातचीत में पीके का कहना था कि वह चंद्रबाबू नायडू से मिलने गए थे. यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी, जिसे काफी समय से प्लान किया जा रहा था. वादे के तहत दोनों की मुलाकात हुई.




आई-पैक ने सोशल मीडिया पर दी सफाई
इतना ही नहीं, चंद्रबाबू नायडू और प्रशांत किशोर की मुलाकात के बाद आईपैक ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट कर कहा कि जब तक जगन मोहन रेड्डी साल 2024 के लोकसभा चुनाव में फिर से प्रचंड जीत पाकर सरकार में नहीं आ जाते, तब तक वह वाईएसआर पार्टी के साथ काम करने के लिए समर्पित हैं. आईपैक एक साल से वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के साथ काम कर रहा है और तब तक काम करेंगे जब तक वाईएस जगन मोहन रेड्डी आंध्र प्रदेश के लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए दोबारा जीत नहीं जाते.


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