Bihar Politics: आरजेडी के 4 लाख कार्यकर्ताओं का डेटा लीक, प्रशांत किशोर के पास कैसे पहुंचा? मचा बवाल
RJD Data Leak: बिहार में आरजेडी के 4 लाख कार्यकर्ताओं का डेटा लीक हो गया है. जन सुराज इस डेटा का इस्तेमाल आरजेडी के सदस्यों को लुभाने के लिए कर रही है.
Bihar Politics: राष्ट्रीय जनता दल के डेटा में जन सुराज की सेंध मारने की बात कही जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार आरजेडी के चार लाख सक्रिय कार्यकर्ताओं और नेताओं का डेटा लीक हो गया है. कई नेताओं और सक्रिय कार्यकर्ताओं का डेटा लीक हो चुका है. मामले की जानकारी मिलने के बाद आरजेडी के आलाकमान गंभीरता से इस विषय को देख रहे हैं. जन सुराज पार्टी की तरफ से आरजेडी के कई सक्रिय सदस्य और नेताओं को फोन जा रहे हैं उनके बारे में कई बातें बताई जा रही हैं उसके बाद इस बात का खुलासा हुआ है कि डेटा लीक हो चुका है. मामले में आरजेडी अपने स्तर से जांच कर रही है.
वहीं, आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी से जब पूछा गया कि प्रशांत किशोर आपके नेताओं को फोन कर रहे हैं. इस पर उन्होंने कहा कि यह कौन लोग हैं, इससे हमको क्या लेना देना. इन लोगों की हैसियत क्या है? राजनीति में यह लोग व्यापारी और व्यवसाय हैं. राष्ट्रीय जनता दल गरीब, नौजवान, किसान और मजदूरों का बल है. डेटा लीक हो या ना हो इससे कोई फर्क आरजेडी को नहीं पड़ता. हमारे साथ जनता खड़ी है और हमारी जड़ इतनी मजबूत है कि इसे कोई उखाड़ नहीं सकता है.
मामले में आरजेडी ने क्या कहा?
मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि यह बातें कौन बोल रहा है. राष्ट्रीय जनता दल की जड़े इतनी मजबूत हैं उसे कोई हिला नहीं सकता. जनता का समर्थन हमारी पार्टी को है. जनता तेजस्वी मॉडल के साथ बिहार में सरकार बनाने के लिए तैयार है. यह सब चर्चाएं करके लोग चाहते हैं कि अपनी राजनीतिक दुकान चलाएं. राष्ट्रीय जनता दल के सामने ऐसे राजनीतिक दलों को उनका हैसियत पता चल जाएगा. बिहार में सबसे बड़े दल के रूप में राष्ट्रीय जनता दल है यह सब लोग जानते हैं.
जन सुराज की आई प्रतिक्रिया
वहीं, इस प्रकरण पर जन सुराज के प्रवक्ता अमित विक्रम ने कहा कि प्रशांत किशोर और जन सुराज की विचारधारा से प्रभावित होकर के लाखों की संख्या में बिहार के युवा, आमजन, किसान, सब लोग एकजुट होकर पार्टी में शामिल हो रहे हैं. सबके मन में एक ही संकल्प है विकसित बिहार, शिक्षित बिहार. अन्य राजनीतिक दल जो है उनके यहां केवल और केवल परिवारवाद है, नेताजी के बाद उनके बेटे, उनके बेटे के बाद एक और बेटे यही बिहार के दलों की परिपाटी बन चुकी है. इससे उनके कार्यकर्ता निराश हैं और जन सुराज की विचारधारा से प्रभावित हैं.
आगे उन्होंने कहा कि जन सुराज में परिवारवाद नहीं है बल्कि योग्यता के आधार पर टिकट दिया जाता है और अगर इन विचारों से प्रभावित होकर बिहार को एक विकसित और शिक्षित राज्य बनाने के लिए संकल्पित होकर के लोग हमारी पार्टी में आ रहे हैं तो हम उनका स्वागत करते हैं. हमारी पार्टी किसी दल के राजनीतिक कार्यकर्ताओं को तोड़ने या उनमें से सेंधमारी करने का काम नहीं कर रही है. हमारे विचारों से हमारे नेता के विचारों से पार्टी के विचारधारा से जो प्रभावित होकर के आते हैं उनका स्वागत और अभिनंदन है.
जगदानंद सिंह का लेटर हुआ था वायरल
बता दें कि कुछ महीने पहले आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह का लेटर भी वायरल हुआ था जिमसें कहा गया था कि आरजेडी छोड़कर जन सुराज से जुड़ रहे कार्यकर्ता और पदाधिकारियों पर कार्रवाई होगी. हालांकि लेटर वायरल होने के बाद आरजेडी ने इस लेटर को फर्जी बताया था.
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