पटना: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने जन सुराज यात्रा के दौरान बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर जोरदार हमला बोला. साल 2023 के लिए बिहार का बजट पेश होने वाला है. इधर, प्रशांत किशोर ने पहले ही बिहार में शिक्षा के बजट को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि हर साल बिहार में शिक्षा बजट पर 40 हजार खर्च होता है वह कहां जाता है? कहा कि 40 हजार करोड़ रुपये स्कूल पर खर्च होता है और चार बच्चा भी पढ़ कर नहीं निकलता है. उन्होंने कहा कि इसमें भी बंदरबांट का खेल चल रहा. इतने पैसे खर्च होने के बाद भी शिक्षा में कोई सुधार नहीं है.


'40 हजार करोड़ में चार बच्चे भी पढ़ के नहीं निकलते हैं'


प्रशांत किशोर ने जन सुराज पद यात्रा के दौरान किसी गांव में संवाद के दौरान ये बातें वहां के ग्रामीणों से बोली. उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यवस्था पर आप लोग कहते हैं कि यहां पढ़ाई नहीं हो रहा है, उसी शिक्षा व्यवस्था पर इतना पैसा खर्च होता है. शिक्षा के क्षेत्र में हुए खर्च को लेकर कहा की ये पैसा कहां जाता है? 40 हजार में चार बच्चे भी पढ़ के नहीं निकलते हैं तो समझिए कितना लूट है. कहा कि इससे ये भी समझा जा सकता कि सरकारी तंत्र में कितनी व्यवस्था है. उनका कहना है कि अगर इसको सुधारना है तो ऊपर से लेकर नीचे तक सभी को सुधारना पड़ेगा तब जाकर व्यवस्था सही होगी. मैं इसलिए पदयात्रा कर रहा हूं ताकि सरकारी तंत्र में सुधार ला सके.


'अपने बच्चे के लिए वोट दीजिए'


आगे फिर किशोर पुरानी बातों को दोहराते बोले कि मेरा गांव गांव जाकर पदयात्रा करने का मकसद यही है कि आपको बता सकें कि आप या आपके बच्चे अपने जीवन को सुधारने के लिए किसी मोदी, किसी लालू, किसी प्रशांत किशोर और किसी नीतीश को वोट मत दीजिए. अपने बच्चे के लिए वोट कीजिए. प्रशांत किशोर ने कहा कि किसी विचारधारा, धर्म, जाति के लिए खड़े मत हो. अपने लिए और अपने बच्चे के लिए खड़े रहें और सोचे. बता दें कि प्रशांत किशोर दो अक्टूबर 2022 से पद यात्रा पर हैं. इस दौरान वह बिहार की नीतीश और लालू सरकार को जमकर निशाने पर लेते हैं.


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