पटना: बिहार में शराबबंदी को लेकर घमासान जारी है. शुक्रवार को सदन के चौथे दिन भी सदन के बाहर विपक्ष का हंगामा जारी रहा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से इस्तीफे की लगातार मांग की जा रही. इधर, शुक्रवार को एक बार फिर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने सीएम नीतीश पर हमला बोला. प्रशांत किशोर ने नीतीश के जो पिएगा वो मरेगा वाले बयान पर कहा कि ये उनका अहंकार बोल रहा. साथ ही प्रशांत किशोर ने इस अहंकार के पीछे की वजह भी बताई कि आखिर नीतीश कुमार ऐसा क्यों बोल रहे.


नीतीश कुमार को किस बात का डर


जन सुराज पदयात्रा के दौरान पूर्वी चंपारण से शिवहर जाने के क्रम में प्रशांत किशोर ने जिहुली उत्तरी पंचायत में जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने कहा था कि महिलाओं ने उन्हें वोट दिया है तो मैं शराबबंदी लागू करूंगा. नीतीश ने शराबबंदी लागू कर दी. आज राज्यों में आपको शराब की दुकानें तो नजर नहीं आएंगी, लेकिन आपको हर जगह होम डिलीवरी करता हुआ कोई ना कोई नजर आ जाएगा. अभी छपरा में 40 मौत हो गई और वो बोल रहे हैं 'जो पियेगा वो मरेगा'. आज उनका यह अहंकार इस बात से आ रहा है कि वो जानते हैं कि जनप्रतिनिधियों के अंदर से डर खत्म हो गया है कि काम नहीं करेंगे तो बिहार के लोग उन्हें वोट नहीं देंगे और वो चुनाव हार जाएंगे.


सीएम के बयान पर घेराव


बता दें कि गुरुवार को बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से 40 के आसपास लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा सीवान और बेगूसराय से भी मौत के आंकड़े आ रहे. नीतीश कुमार ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने से मना करते हुए कहा था कि शराब गंदी चीज है. जो पिएगा वो मरेगा ही. सीएम के इस बयान पर विपक्ष लगातार उनका घेराव कर रहा. बीजेपी एक ओर उनसे इस्तीफे की मांग करती नहीं थक रही वहीं प्रशांत किशोर ने भी 48 घंटे में शराबबंदी कानून वापस लेने की मांग की थी और आज उसी बयान को नीतीश कुमार का अहंकार बता रहे.


प्रशांत किशोर ने कहा कि "मुझे अफसोस है कि मैंने 2014-15 में नीतीश कुमार की मदद की है. मैं उस नीतीश कुमार को जनता हूं जिसने वाजपेयी सरकार से रेल दुर्घटना पर इस्तीफा दे दिया था. नीतीश कुमार कोरोनाकाल में बिहार के हजारों लोगों के मर गए. बिहार के लड़के पैदल चलकर घर लौटें और ये अपने बंगले से बाहर नहीं निकलें. नीतीश कुमार आज 50 लोगों की मृत्यु पर हंस रहे हैं और कह रहे हैं. जो पिएगा वो मरेगा ही. ऐसे अहंकारी और असंवेदनशील व्यक्ति का नाश निश्चित है. उनका बयान मानवता के नाम पर धब्बा है.


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