Prashant Kishor: तेजस्वी यादव के जापान दौरे पर क्या बोले प्रशांत किशोर? लालू-राबड़ी का नाम लेते हुए कही ये बड़ी बात
Bihar News: प्रशांत किशोर ने बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि आज के जमाने में 400 रुपये पेंशन पाने वाले लोग भी इस बात पर वोट कर रहे हैं कि सरकार 400 रुपये दे रही है.
मधुबनी: बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) जापान दौरे पर हैं. उनके इस दौरे को लेकर जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने सोमवार (30 अक्टूबर) को बयान जारी करते हुए तंज कसा है. पीके ने कहा कि तेजस्वी जापान जाएं या अंटार्कटिका, उनकी जो अपनी समझ है अगर बिहार के लिए जापान से कुछ लाकर करा पाएं तो बहुत अच्छी बात है. उनकी मां और बाबू जी (लालू-राबड़ी) बिहार में 15 साल शासन में रहे, तब तो कोई न जापान से आया न जर्मनी से. अब अगर वो प्रयास कर रहें हैं तो मैं उसका समर्थन कर रहा हूं.
प्रशांत किशोर इतने पर ही नहीं रुके. पीके ने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए आगे कहा कि वो जापान घूमने गए हैं या जापान से बिहार के लिए कुछ लाने, वो तो जब वे जापान से लौटेंगे तो आने वाले महीनों में ही दिखेगा. उनके जापान जाने से बिहार का कुछ फायदा हुआ या फिर इस गरीब जनता के टैक्स के पैसों का मिट्टी पलीद हुआ कि आटा गीला यह पता चलेगा.
'लालू यादव ने आवाज तो दी, शिक्षा नहीं'
प्रशांत किशोर ने कहा कि यहां दो लोग शासन चलाते रहे हैं लालू और नीतीश, इनकी राजनीति तो आप जानते ही हैं. इनका पूरा फोकस ये है कि समाज को बांटो, सबको गरीब, अनपढ़, मजदूर रखो. सबको समाजवाद-समतामूलक बात करके सामाजिक न्याय के नाम पर बेवकूफ बनाकर वोट लेते रहो. लालू यादव ने जिन वर्गों को आवाज दी उनको शिक्षा क्यों नहीं दी? उनको रोजगार क्यों नहीं दिया? उनको जमीन क्यों नहीं दी? वो इसलिए क्योंकि आवाज देने से वो उनके लिए जिंदगी भर नारा लगाएगा और उनका झंडा लेकर घूमेगा.
पीके बोले- 'बिहार को अनपढ़-मजदूर बना दिया'
आगे पीके ने कहा कि अगर उन्हीं वर्गों को उन्होंने शिक्षित कर दिया होता, उन्हीं वर्गों को उन्होंने पूंजी-पैसा देकर रोजगार दे दिया होता, उन्हीं वर्गों को उन्होंने जमीन दे दी होती तो आज वे उनका झंडा लेकर नहीं घूमते. राजनीति के तहत पूरे बिहार को अनपढ़-मजदूर बना दिया ताकि आपको अगर 400 रुपये पेंशन भी मिल रहा है तो आपके नेता माई-बाप हैं. आज के जमाने में 400 रुपये पेंशन पाने वाले लोग भी इस बात पर वोट कर रहे हैं कि सरकार 400 रुपये दे रही है.