पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के बेटे संतोष मांझी (Santosh Manjhi) ने मंगलवार (13 जून) को नीतीश मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया जिसके बाद से लगातार राजनीति गरमाई है. चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने बुधवार (14 जून) को बयान जारी करते हुए महागठबंधन सरकार (Mahagathbandhan Sarkar) पर हमला बोला. पीके (PK) ने कहा कि जुगाड़ टेक्नोलॉजी पर सरकार चल रही है.


'इस सरकार को जनता का विश्वास मत प्राप्त नहीं'


जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बिहार में बने महागठबंधन को अवसरवादी बताया. पीके ने कहा कि प्रदेश की जनता ने इस सरकार को वोट नहीं दिया था. यह सरकार जुगाड़ टेक्नोलॉजी पर चल रही है जिसे जनता का विश्वास प्राप्त नहीं है. उन्होंने महागठबंधन की नई सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी यह नई सरकार एक-दो सालों में पांच से दस लाख नौकरियां दे देती है तो मैं इनके समर्थन में अपना जन सुराज अभियान वापस ले लूंगा, क्योंकि बिहार के लोगों के हित में ऐसा हुआ तो सबसे ज्यादा खुशी मुझे ही होगी.


पीके बोले- कहां से मिलेगी नई नौकरी?


प्रशांत किशोर ने नीतीश सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बिहार में जो नियोजित शिक्षक स्कूलों में पढ़ा रहे हैं उन्हें तो समय पर आज सरकार तनख्वाह भी नहीं दे पा रही है. ये सरकार और नई नौकरियां कहां से दे पाएगी?


अपने जन सुराज अभियान की चर्चा करते हुए पीके ने कहा कि बिहार में केवल कुछ ही महीने हुए हैं और प्रदेश की राजनीति 180 डिग्री घूम गई है. उन्होंने दावा किया कि 2025 का विधानसभा चुनाव आते-आते कई बार बिहार की राजनीति घूमेगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फेविकोल की तरह अपनी कुर्सी पर बैठ गए हैं और बाकी पार्टियां कभी इधर तो कभी उधर हो रही हैं.


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