समस्तीपुर: जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने मंगलवार (8 अगस्त) को समस्तीपुर में स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर जनता के मुद्दों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए बड़ा बयान दिया. पीके ने कहा कि मैं पिछले 10 महीने से पदयात्रा कर रहा हूं. जहां जाता हूं लोग एमपी, विधायक को गाली देते हैं. जब मैं उनसे पूछता हूं कि आप गाली क्यों दे रहे हैं तो कहते हैं कि क्या कहें हमारे पास कोई विकल्प नहीं है?
प्रशांत किशोर ने कहा कि मुझे समझ नहीं आता कि जब विधायक और सांसद काम नहीं कर रहे हैं तो ये तीन से चार बार जीत कर कैसे आ रहे हैं? समस्तीपुर के जो सांसद हैं उनके बारे में लोग बताते हैं कि उनका किसी ने चेहरा ही नहीं देखा है. समस्तीपुर जो कर्पूरी ठाकुर की जमीन कहलाती है और जिस जिले ने पूरे राज्य का नेतृत्व किया आज उसकी दशा ये है कि 10 विधायक हैं इस जिले में और सभी विधायक समस्तीपुर से बाहर के हैं. दोनों सांसद भी जिले के बाहर के हैं.
पीके ने इस तरह किया जागरूक
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि 35 लाख की आबादी वाले जिले में क्या एक भी काबिल आदमी नहीं है? अगर आप वैशाली के आदमी को वोट करेंगे तो वो समस्तीपुर के बारे में कितना सोचेगा और काम करेगा? आपने वोट दिया है मोदी का चेहरा देखकर, स्वर्गीय रामविलास पासवान का परिवार देखकर तो वोट तो आपने अपने काम के लिए दिया नहीं तो वो नेता आपके लिए क्यों कम करेगा? इस तरह लोगों को जागरूक करते हुए पीके ने मंत्र दिया.
बता दें कि प्रशांत किशोर 263 दिनों से बिहार में पदयात्रा कर रहे हैं. मंगलवार को वे समस्तीपुर के राजकीयकृत हाई स्कूल ग्राउंड चकवा कहार के कैंप में थे. प्रशांत किशोर गांव-गांव में लोगों से मिलकर उन्हें वोट की ताकत का एहसास दिला रहे हैं. बीते दिनों में प्रशांत किशोर 2500 किलोमीटर से अधिक पदयात्रा कर चुके हैं.
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