पटना: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) जन सुराज पदयात्रा (Jan Suraaj Padyatra) के दौरान पूरे बिहार का दौरा कर रहे हैं. इस दौरान राजनीतिक पार्टियों पर जमकर हमला बोल रहे हैं. वहीं, बिहार के नेताओं से आगाह करते हुए सोमवार को प्रशांत किशोर ने कहा कि पिछले 32 सालों से लालू यादव का डर दिखाकर बीजेपी वोट लेती रही और बीजेपी (BJP) का डर दिखाकर लालू वोट लेते रहे हैं, अगर यह जन सुराज अभियान अपने इस स्तर पर रहा तो यह जाति-धर्म की स्थिति खत्म हो जाएगी. आज जो भी इस तरीके के काम कर रहे हैं उनकी दुकानदारी बंद हो जाएगी, जब दुकानदारी बंद हो जाएगी तो स्वभाविक है कि लोग घबराएंगे और जब लोग घबराएंगे तो तीखी टिप्पणी करेंगे.


'नीतीश कुमार राजनीतिक तौर पर आज अलग पड़ गए हैं'


प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार की उम्र हो गई है और राजनीतिक तौर पर आज वो अलग पड़ गए हैं. मैं कोई विधायक नहीं हूं, न मंत्री-अफसर हूं और न ही ठेकेदार हूं. हर रोज 50 से 100 लोगों के साथ गांव-गांव पैदल घूम रहा हूं. मैं न कोई भीड़ करता हूं न ही कोई रैली करता हूं. इस पदयात्रा की अगर कोई ताकत ही नहीं है तो नेताओं को टिप्पणी करने की जरूरत ही क्या है? आज जो इसका विरोध कर रहे हैं उनको पता है कि जमीन में इसकी ताकत कितनी है. यह पदयात्रा अगर ऐसे ही चलता रहा तो आप देखेंगे जन बल के आगे कोई ताकत नहीं टिकेगा.


स्वास्थ्य कारणों से पदयात्रा अभी स्थगित है


चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर बीते साल दो अक्टूबर से बिहार के विभिन्न जिलों में जन सुराज पदयात्रा कर रहे हैं. अभी समस्तीपुर में स्वास्थ्य कारणों से उनकी पदयात्रा स्थगित है. इसके बावजूद प्रशांत किशोर लगातार राजनीतिक पार्टियों पर तीखे हमले कर रहे हैं. वहीं, इस अभियान को लेकर लगातार बिहार की राजनीति में खूब बयानबाजी भी रही है.


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