पटना: जन सुराज पदयात्रा (Jan Suraaj Padyatra) के दौरान चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) सीवान पहुंचे हुए हैं. शनिवार को प्रशांत किशोर ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि पहले वाले नीतीश कुमार अब नहीं हैं, जिस नीतीश कुमार की 2014-15 में उन्होंने मदद की थी वो नीतीश कुमार थे. जिनके शासनकाल में बिहार में बदलाव दिख रहा था लेकिन अब उनके शासनकाल में बिहार की स्थिति बिगड़ती दिख रही है. आगे उन्होंने कहा कि मैनें पांच सालों के लिए ही किसी भी पार्टी की मदद की. जिंदगी भर के लिए किसी नेता का बंधुआ मजदूर नहीं हूं.


फेविकोल लगाकर मुख्यमंत्री बने हुए हैं- प्रशांत किशोर


प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार 2014 में जेडीयू के नेता थे. वे चुनाव नहीं हारे, उनकी पार्टी लोकसभा में दो सीटें जीती. इसके बाद उन्होंने इस्तीफा देकर जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री बनाया लेकिन 2020 विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी की कम सीटें आई. इसके बाद वे कभी बीजेपी तो कभी आरजेडी के साथ मिलकर राज्य के मुखिया बने हुए हैं. कुर्सी पर फेविकोल लगाकर मुख्यमंत्री बने हुए हैं. 


'नीतीश कुमार अपने घर से बाहर नहीं निकलें'


आगे चुनावी रणनीतिकार ने कहा कि नीतीश कुमार जब रेलमंत्री थे तब एक रेल दुर्घटना में 200 लोगों से ज्यादा की मौतें हुई थी. इसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था लेकिन जिस नीतीश कुमार का मैं विरोध कर रहा हूं वे नीतीश कुमार कोरोना काल में हजारों लोग बिहार के मर गए, हजारों लोग रोड पर आ गए, इन सबके बाद भी अपने घर से बाहर नहीं निकलें और न ही लोगों की मदद की.


लालू यादव जाति की राजनीति नहीं करते हैं- प्रशांत किशोर


वहीं, लालू यादव और तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि ये दोनों जाति की राजनीति नहीं करते है. लालू यादव जाति की राजनीति करते तो वे किसी यादव जाति से काबिल व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाते लेकिन वे तो अपने बेटे तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने में लगे हुए हैं. जो लोग भी बिहार में राजनीति करते हैं, वे अपने और अपने परिवार का भविष्य बनाते हैं.


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