Prashant Kishor: जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए बुधवार को पप्पू यादव (Pappu Yadav) पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि कौन किस नेता के लिए क्या कह रहा है? इस पर हम टिप्पणी क्या करें? पप्पू यादव अगर कांग्रेस में शामिल होकर गांधीवादी की बात कर रहे हैं और ये कह रहे हैं कि कौन गांधीवादी है, कौन नहीं? इसका सर्टिफिकेट भी अगर पप्पू यादव देने लगें तो अपने आप में बहुत चिंता की बात है.
कांग्रेस पर प्रशांत किशोर का हमला
प्रशांत किशोर ने बिहार कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि आज कांग्रेस बिहार में कहीं नहीं है न कोई नेता जमीन पर दिखता है. हां ये जरूर है कि वो महागठबंधन वाली सरकार में शामिल थे, तो सरकार में बहुत लोग शामिल होते हैं. इससे क्या हो गया? आज कांग्रेस राजनीतिक संगठन होने के नाते बिहार में कहीं नहीं है. न ही उनके नेता कुछ करते दिखते हैं.
हर चुनाव होता है अलग- प्रशांत किशोर
जनसुराज के सुत्रधार ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा के लिए 2013 में हुए चुनाव में कांग्रेस जीतकर आई, उसके एक साल बाद ही 2014 के आम चुनाव में बीजेपी सबसे अधिक लोकसभा की सीटें जीतकर आई. आपको याद होगा कि 2018 के दिसंबर में राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस जीतकर आई, लेकिन इसके ठीक 4 महीने बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत ही बुरा रहा और खाता तक नहीं खुला इसलिए मैं कांग्रेस या अन्य पार्टियों को भी बता रहा हूं कि देश में हर चुनाव एक अलग चुनाव होता है.
बता दें कि पूर्व सांसद पप्पू यादव ने बुधवार को दिल्ली में अपनी पार्टी 'जाप' का कांग्रेस के साथ विलय कर दिया. पप्पू यादव पूर्णिया सीट से चुनाव लड़ने का मूड बना चुके हैं.
ये भी पढ़ें: Watch: 'ए... पप्पू जी ये नहीं चलता है यहां', कांग्रेस के बिहार प्रभारी मोहन प्रकाश क्यों हो गए नाराज?