पटना: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने बिहार सरकार (Bihar Govt) और उनके मंत्रिमंडल पर जमकर हमला बोला है. बिहार में रोजगार की बात को लेकर प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार का आदमी गुजरात में सेमीकंडक्टर चिप की फैक्ट्री लगा रहा. फैक्ट्री बिहार में लगनी चाहिए, लेकिन बिहार सरकार के आधे मंत्रिमंडल को तो ये भी नहीं पता कि सेमीकंडक्टर (Semiconductor Factory) होता क्या है? किशोर ने पदयात्रा के दौरान चंपारण में बुधवार रात ये बातें कहीं हैं. इसका वीडियो ट्विटर पर जारी किया गया है.


बिहार सरकार कहां से लाएगी रोजगार?


बिहार सरकार को आड़े हाथों लेते हुए किशोर आगे बोले कि ये फैक्ट्री पहले महाराष्ट्र में लगनी थी. गुजरात शिफ्ट करा दी गई. इस बात पर महाराष्ट्र सरकार सवाल उठा रही. इधर, बिहार सरकार कुछ बोल ही नहीं पा रही कि उनका आदमी बाहर फैक्ट्री क्यों लगवा रहा? बिहार में रोजगार और मजदूरी की इतनी किल्लत है. उन्होंने कहा कि मेदांता के मालिक 20 हजार करोड़ की एक फैक्ट्री जो महाराष्ट्र में लगने वाली थी. वह गुजरात में लगाई जा रही. फैक्ट्री लगाने वाला लड़का बिहार का है. उसका नाम अनिल अग्रवाल है. बिहार का तो कोई नाम ही नहीं ले रहा. महाराष्ट्र सरकार के लोग हल्ला मचा रहे कि 20 हजार करोड़ की फैक्ट्री हमारे यहां लगने वाली थी. इसको आप गुजरात की ओर ले गए. मेरा सवाल है कि भाई... बिहार के लोग कहां गए.


मंत्रियों को पता नहीं सेमी कंडक्टर क्या होता?


बिहार के लोग तो पूछने ही वाले नहीं हैं. काम करने वाले बिहार के लोग, फैक्ट्री लगाने वाला बिहार का आदमी और बिहार सरकार ये कह भी नहीं पा रही कि सेमीकंडक्टर चिप की फैक्ट्री गुजरात में क्यों? बिहार में लगनी चाहिए थी. प्रशांत किशोर आगे बोले कि हम लोग का नेता तो जानता भी नहीं है कि सेमीकंडक्टर होता क्या है. आधा मंत्रिमंडल तो ऐसा ही है जिसको कुछ पता ही नहीं है कि सेमीकंडक्टर होता क्या है. बिहार की जनता सोच रही कि उनको रोजगार नहीं मिल रहा.


गुजरात में एक लाख नौकरियां होंगी पैदा


बता दें कि भारत की दिग्गज कंपनी वेदांता और ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माता कंपनी फॉक्सकॉन, गुजरात में भारत की पहली सेमीकंडक्टर प्रोडक्शन फैक्ट्री खड़ी करने जा रहे हैं. इससे गुजरात को 1.54 लाख करोड़ रुपये का निवेश मिलने वाला है. गुजरात में 1000 एकड़ जमीन पर ये प्लांट लगाएगी जहां फॉक्सकॉन इस प्रोजेक्ट में तकनीकी भागीदार के रूप में काम कर रही है. वहीं तेल और धातु समूह पर अपनी पकड़ रखने वाली वेदांता परियोजना में पैसा लगा रही है. गुजरात सरकार के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने के बाद वेदांता के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि, "संयंत्र दो साल में सेमीकंडक्टर का उत्पादन शुरू कर देगा" कंपनियों ने यह भी कहा कि यह परियोजना गुजरात में 1 लाख से ज्यादा नौकरियों पैदा करेगी.


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