सीतामढ़ी: जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने मंगलवार (10 अक्टूबर) को बिहार के दो नेताओं पर खूब बोले. पीके ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के मुस्लिमों को लेकर दोहरे रवैये पर खुलासा किया. कहा कि बिहार में 18 पर्सेंट मुसलमान हैं, इन 18 प्रतिशत मुसलमानों में कितने विधायक और मंत्री हैं और उन मंत्रियों का बजट कितना है?


पीके ने कहा कि बिहार सरकार में जो सारे डिपार्टमेंट हैं उसे दो ही लोगों ने अपने पास रखा है. या तो वो मुख्यमंत्री के पास है या उपमुख्यमंत्री के पास है. 10 से ज्यादा विभाग और 50 परसेंट से ज्यादा बिहार सरकार का बजट सिर्फ दो व्यक्ति के पास है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव तो किसकी भागीदारी की ये बात कर रहे हैं? सब पर कुंडली मारकर ये खुद बैठे हैं तो भागीदारी देंगे किसको? राजनीति की जहां तक बात है तो इन दोनों दलों को चुनौती दे रहे हैं ये जरा बता दें कि कितने अति पिछड़ों को इन्होंने टिकट दिया है? कितने अति पिछड़ों को विधायक बनाया है?


'75 विधायक में कितने अति पिछड़े?'


सीतामढ़ी के बर्गेनिया में जन संवाद के दौरान प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि आरजेडी के जो अभी 75 विधायक हैं उसमें कितने अति पिछड़े हैं ये जरा बता दें? नीतीश कुमार बता दें कि उन्होंने कितने अति पिछड़ों को टिकट दिया है. समाज के लोग इतने बेवकूफ नहीं हैं. किसी की संख्या बढ़ा दीजिए, किसी की संख्या घटा दीजिए इससे कुछ होने वाला नहीं है.


जेडीयू को लेकर फिर की भविष्यवाणी


पीके ने एक बार फिर भविष्यवाणी की और कहा, "मैंने पहले भी कहा कि नीतीश कुमार की राजनीतिक पारी का अंत हो रहा है और ये डूबते हुए राजनेता का अंतिम दांव है ताकि समाज में आग लगाकर समाज को बांटकर एक बार किसी तरह से अपना काम चला लें. मैंने पहले भी कहा है और आज फिर से दोहरा देता हूं कि जितनी समझ मुझे चुनाव और राजनीति की है लिखकर दे देते हैं जेडीयू को इस बार पांच सीटें अगर आ जाए तो मैं सार्वजनिक तौर पर सबके सामने माफी मांगने को तैयार हूं."


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