Prashant Kishor News: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने दावा करते हुए सोमवार (01 जुलाई) को एक बार फिर बड़ा बयान दिया. उनका दावा होश उड़ाने वाला है. लगातार बिहार में जातीय समीकरण के आधार पर राजनीति होती रही है. अब पीके ने कहा है कि तरकश में से दूसरा तीर दो अक्टूबर को मारा जाएगा, उसके बाद आप देखेंगे कि तेजस्वी यादव की एमवाई (MY) और किसी का पीवाई (PY) या ए टू जेड (A-Z) समीकरण कहीं नजर नहीं आएगा.
दरअसल जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत ने मौजूदा समय में बिहार में अलग-अलग पार्टियों में हो रही जातिवाद की बातें और उन पर राजनीतिक रोटी सेंक रहे नेताओं पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि राजनीति सिर्फ समीकरण की बात करने से नहीं होती बल्कि जनता का विश्वास जीतना बहुत जरूरी है.
बिहार से दिल्ली तक नेताओं में छटपटाहट: पीके
आगे अपने बयान में पीके ने बिहार से लेकर दिल्ली तक के नेताओं को निशाने पर लिया. प्रशांत किशोर ने कहा कि अभी सरकार को बदले डेढ़ से दो ही महीने हुए हैं और आप देख रहे होंगे कि बिहार से दिल्ली तक नेताओं में छटपटाहट होने लगी है. ऐसा इसलिए हो पा रहा क्योंकि बिहार में जमीन में लोगों को जन सुराज की ताकत दिख रही है.
आगे पीके ने कहा, "मुझे अगर कोई धंधे बाज कह रहा है तो मैं बस इतना ही कहना चाहूंगा कीf हां मैं इस बार बिहार के लोगों और बिहार को सुधारने के लिए काम ले लिया है. अभी तरकश में कई तीर बाकी है. बिहार की अन्य पार्टियों को समीकरण बनाने दीजिए, कोई एमवाई (MY) समीकरण बना रहा है कोई पीवाई (PY) बना रहा है. कोई ए टू जेड (A to Z) बना रहा है. एक ही समीकरण होगा वो होगा जन बल का समीकरण, देश में जन बल के आगे कोई समीकरण नहीं है.
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