समस्तीपुर: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) लगातार बयान जारी कर बिहार के नेताओं पर हमले कर रहें हैं. इसी कड़ी में गुरुवार (8 जून) को पीके ने सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर तीखा प्रहार किया है. प्रशांत किशोर ने कहा कि जनता भ्रष्टाचार और अफसरों की मनमानी से त्रस्त है, लेकिन नीतीश कुमार को सिर्फ विपक्षी एकता की ही फिक्र है.


परेशान बिहार की जनता के लिए हमेशा आवाज बुलंद करने वाले जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में तीन चीजों से जनता त्रस्त है. पहला अफसरों की मनमानी, दूसरा सरकारी विभागों में फैला भ्रष्टाचार और तीसरा सरकारी योजनाओं में दलाली. ये तीन समस्या हर पंचायत, हर गांव में है. समाज का हर वर्ग इससे प्रभावित है. गरीब, अमीर, जनप्रतिनिधि सहित तमाम लोग.


जनता की समस्या से नीतीश कुमार बेखबर


पीके ने कहा कि जनता की समस्या से बेखबर बिहार के सीएम नीतीश कुमार विपक्षी एकता पर फोकस कर रहे हैं. इसको लेकर 23 जून को पटना में विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई है. प्रशांत किशोर ने कहा कि अच्छे लोग चुनकर आगे आएं, उनके पास बिहार को सुधारने के लिए एक सोची-समझी योजना भी होनी चाहिए. ये योजना अफसरों की बनाई हुई नहीं होनी चाहिए. बिहार के लोगों और समाज के हर एक तबके को समझकर जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण उद्योग, शहरीकरण सहित अन्य मुद्दों पर ग्रामीणों से बात कर और बुद्धिजीवियों से चर्चा करके एक योजना बने ताकि बिहार को भी समृद्ध राज्य बनाया जा सके.


प्रशांत किशोर ने बताया कि अब तक बिहार में 27 से ज्यादा मुख्यमंत्री बने, उससे तो बिहार नहीं सुधरा, क्योंकि जब तक समाज में स्वचेतना नहीं आएगी, अपने और अपने बच्चों के भविष्य को लेकर लोग नहीं सोचेंगे. अच्छे लोगों का चुनाव नहीं होगा और जो लोग चुनकर आ रहे हैं उनके पास बिहार को सुधारने की योजना नहीं होगी, तब तक बिहार को नहीं सुधारा जा सकता.


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