समस्तीपुर: बीपीएससी से होने वाली शिक्षकों की बहाली को लेकर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने शुक्रवार (26 मई) को बड़ा बयान दिया है. इतना ही नहीं डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की ओर से 10 लाख नौकरी देने की घोषणा पर भी सवाल उठाए. कहा कि पिछले 10 सालों में बीपीएससी के काम करने का जो तरीका है उसको ध्यान से समझ जाए तो बीपीएससी के पास एक साल में 10 हजार से ज्यादा लोगों को नौकरी देने की क्षमता नहीं है.
प्रशांत किशोर ने बीपीएससी की कार्यप्रणाली को समझाते हुए कहा कि अगर सरकार की नियमावली को ठीक मान लिया जाए तो बीपीएससी को दो लाख शिक्षकों की नियुक्ति करने में कम से कम पांच साल का समय लगेगा और नियोजित शिक्षकों के पास केवल तीन अवसर है. ये सीधे-सीधे लोगों को मूर्ख बनाया जा रहा है. अगर 4-4 लाख लोग तीन बार परीक्षा देने जाएंगे तो 12 लाख लोगों की परीक्षा लेगा कौन?
'किसी के पास अधिकार नहीं कि एक साइन पर मिल जाए नौकरी'
पीके ने कहा कि जब मूर्ख व्यक्ति को नेता या मंत्री बना देंगे तो वो यही काम करेगा. तेजस्वी यादव ने चुनाव में 10 लाख नौकरी देने का वादा किया और कहा कि पहली कैबिनेट में एक साइन करेंगे और आपको नौकरी मिल जाएगी. ये दिखाता है कि आप कितने बड़े अज्ञानी हैं. किसी कैबिनेट के पास ये अधिकार ही नहीं है कि एक साइन पर नौकरी मिल जाएगी. ये उनके बाबूजी का राजतंत्र नहीं है जो एक साइन पर नौकरी मिल जाएगी. कैबिनेट ये निर्णय कर सकती है कि कितने पद निकलेंगे, किस विभाग में निकलेंगे, कैबिनेट नौकरी नहीं दे सकती है. ये दिखाता है कि उनको किसी विषय का कोई ज्ञान ही नहीं है.
पीके बोले- ये दिखाता है आप अज्ञानी हैं
तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि चुनाव में आए और 10 लाख नौकरी देने का वादा किया और कहा कि एक साइन करेंगे और आपको नौकरी मिल जाएगी. ये दिखाता है कि आप कितने बड़े अज्ञानी हैं. ये दिखाता है कि किसी विषय का कोई ज्ञान ही नहीं है.