Prashant Kishor: बीते 18 महीने से पदयात्रा कर रहे जन सुराज के सूत्रधार और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बुधवार को कहा ​कि बिहार में 50 प्रतिशत से ज्यादा आबादी चाहती है कि नया दल बने. लोग चाहते हैं कि अगर बिहार में सुधार होना है तो राज्य में एक नया दल या नया विकल्प बनना चाहिए. क्योंकि जनता पिछले 30 सालों से लालू, नीतीश और बीजेपी से त्रस्त हो गई है. जनता देख रही है कि उनके जीवन में सुधार नहीं हो रहा है, लेकिन लोगों को रास्ता नहीं दिख रहा है कि किसको वोट दें. उन्होंने आगे कहा कि 2 अक्टूबर 2024 को जन सुराज पार्टी का गठन होगा.


'पहले पार्टियों और नेताओं को देते थे सलाह'


प्रशांत किशोर ने कहा कि सामान्य आदमी अकेले तो पार्टी बना नहीं सकता है. ऐसे में जन सुराज वो अभियान है कि लोगों की ताकत को एकजुट किया जाए और सब लोग मिलकर वो विकल्प बनाएं जो हर आदमी खोज रहा है. जो हमने अपने जीवन में जो दस साल तक काम किया है कि पहले पार्टियों और नेताओं को सलाह देते थे कि कैसे वो अपनी पार्टी को संगठित कर सकें, कैसे वो चुनाव लड़कर जीत सकते हैं. जो काम हम पहले दल और नेता के लिए करते थे, वही काम अब बिहार के लोगों के लिए कर रहे हैं कि कैसे आप लोग एक साथ आइए और नया दल बनाइए.


बिहार की जनता जीतेगी- प्रशांत किशोर


आगे राजनीतिक रणनीतिकार ने कहा कि मेरी सलाह से नेता जीते और नेता के बच्चे जीत गए. अब मेरा अपना मानना है कि मेरी सलाह से बिहार की जनता जीतेगी और उनका जीवन सुधरेगा. दो साल में जैसे आप दही को मथकर मक्खन निकालते हैं, वैसे ही समाज को मथकर, बिहार को मथकर ऐसे लोगों को निकालेंगे, जिसको आपके आशीर्वाद और वोट से जिताकर लाएं और जनता का राज बनाएं. दो साल में जनता का राज बनेगा. हमारा पहला संकल्प है, नाली-गली बने चाहे ना बने, स्कूल अस्पताल जब सुधरेगा तब सुधरेगा, लेकिन साल भर के अंदर आपके घर से जितने लोग बाहर कमाने गए हैं या आपके गांव में जितने युवा बेरोजगार बैठे हैं उनको नौकरी मिले चाहे ना मिले, कम से कम 10 से 15 हजार रुपये का रोजी-रोजगार बिहार में करके दिया जाएगा.


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