पटना: महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) पटना साहिब गुरुद्वारा में मथा टेकने बुधवार को पहुंची थीं. इसके बाद पटना साहिब-गुरुद्वारा से राजभवन के लिए लौट रही थीं. इसी दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अशोक राज पथ-भगत सिंह चौक के पास अचानक अपनी कार से उतरकर लोगों से मिलने लगीं. कार से उतरकर लोगों से मिलना सभी को अचंभित कर रहा था. इसके लिए उन्होंने प्रोटोकॉल तोड़ दीं. राष्ट्रपति आम लोगों से मिलकर हाल-चाल जानने की कोशिश कीं. वहीं, राष्ट्रपति की यात्रा को लेकर राजधानी पटना में सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त कर दी गई है.


मैं बिहार को अपना राज्य मानती हूं- द्रौपदी मुर्मू 


राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने चतुर्थ कृषि रोडमैप कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हा कि आज बिहार के चतुर्थ कृषि रोडमैप के शुभारंभ के मौके पर आप सबके बीच उपस्थित होकर मुझे हार्दिक प्रसन्नता हो रही है. राष्ट्रपति के रूप में मेरी भले ही यह पहली यात्रा है लेकिन मैं बिहार और बिहार के लोगों और संस्कृति से भलीभांति परिचित हूं. पड़ोसी राज्य झारखंड मैं छह साल राज्यपाल रही. मैंने बिहार की जीवनशैली और संस्कृति को करीब से जाना है और महसूस भी किया है. मेरा गृह राज्य उड़ीसा भी ऐतिहासिक रूप से बिहार से जुड़ा हुआ है. इसीलिए मुझे लगता है कि मैं भी अपने आपको बिहारी कह सकती हूं. मैं बिहार को अपना राज्य मानती हूं. मुझे बिहार के मुख्यमंत्री अक्सर बुलाते हैं इसलिए मैं बीच बीच में आती रहूंगी.


चतुर्थ कृषि रोडमैप का शुभारंभ


बता दें कि सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र के बापू सभागार में आज चतुर्थ कृषि रोडमैप (2023-28) के शुभारंभ कार्यक्रम का राष्ट्रपति  द्रौपदी मुर्मू , राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर विधिवत् उदघाटन किया. इस अवसर पर राष्ट्रपति द्वारा चतुर्थ कृषि रोडमैप का रिमोट के माध्यम से शिलापट्ट अनावरण कर शुभारंभ किया गया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रपति को हरित पौधा, स्मृति चिन्ह और अंगवस्त्र भेंटकर स्वागत किया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को मुख्यमंत्री ने चतुर्थ कृषि रोडमैप की प्रथम प्रति भेंट की.


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