पटना: विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा (Presidential candidate Yashwant Sinha) शुक्रवार को पटना पहुंचे. यहां विपक्ष की सभी पार्टियों के साथ उन्होंने बैठक कर समर्थन मांगा. इस दौरान आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav), कांग्रेस प्रेदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, तृणमूल सांसद शत्रुघ्न सिन्हा समेत कई नेता मौजूद रहे. सभी ने एक साथ विपक्षी ताकत को मजबूत करने का दावा किया. इस दौरान यशवंत सिन्हा ने सीएम नीतीश कुमार पर तंस कसा. कहा कि समर्थन के लिए सीएम नीतीश कुमार को फोन किया था, लेकिन उन्होंने फोन पर बात नहीं की. शायद हम स्टेटस में उनसे नीचे  हैं, इसलिए उन्होंने फोन नहीं उठाया. वहीं, सिन्हा ने मोदी सरकार पर भी जमकर हमला बोला.


यशवंत सिन्हा ने कहा कि राष्ट्रपति को रबड़ स्टांप नहीं होना चाहिए. उन्हें तो अपने संवैधानिक अधिकारों का प्रयोग कर प्रधानमंत्री को बुलाकर उनकी गलतियों को बताना चाहिए. उन्होंने अग्निवीर योजना की कड़ी निंदा की और कहा कि यह न तो राष्ट्रसेवा है न रोजगार. भविष्य में ये सड़कवीर बनेंगे और उस समय जो कुछ होगा, इसकी कल्पना तक नहीं की जा सकेगी. पटना में पत्रकारों से बात करते हुए राष्ट्रपति उम्मीदवार ने कहा है कि संसद को इतना पंगु कभी नहीं देखा. आज देश में प्रजातंत्र खत्म हो चुका है. जनता अभी नहीं जागी तो इससे भी भयंकर स्थिति होगी.


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अब विपक्ष के नेताओं को शब्दों में उलझाया जाएगा


उन्होंने आगे कहा कि रोज लोकतंत्र पर हमला हो रहा है. उन्होंने कहा कि लोकसभा या विधानसभा ऐसी संस्थाएं हैं, जहां लोग जनता के बीच से चुनकर जाते हैं. वहां जनता की समस्याएं उठते हैं. यह लोकतंत्र का मंदिर है, लेकिन उसकी क्या हालत बना दी गयी है? यशवंत सिन्हा ने कहा कि वहां के लिए एक नई डिक्शनरी बना दी गई है. अब वहां कोई भ्रष्ट, तानाशाह जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं कर सकेगा और विपक्ष के किसी सदस्य को सत्ता पक्ष के लोग बोलने ही नहीं देंगे. उन्हें शब्दों में ही उलझाकर हर वाक्य पर टोकेंगे. इसी तरह संसद परिसर में गांधी-आंबेडकर की मूर्ति के पास विरोध प्रदर्शन पर भी रोक लगा दी गई है.


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