पटनाः बिहार पुलिस अपने अजब-गजब कारनामे के लिए अक्सर सुर्खियों में रहती है. ताजा मामला राजधानी पटना के पीएमसीएच (PMCH) से जुड़ा है जहां पुलिस की लापरवाही की वजह से एक कैदी को फरार होने का मौका मिल गया. कैदी की पहचान मुजफ्फरपुर निवासी राजकुमार राय के रूप में हुई है. फरार कैदी पिछले पांच महीने से आर्म्स एक्ट और रंगदारी के आरोप में मुजफ्फरपुर जेल में बंद था. शनिवार को पीएमसीएच में जैसे ही उसे मौका मिला वह फरार हो गया. वहीं दूसरे कैदी का अभी इलाज हो रहा है.


शनिवार को मुजफ्फरपुर जेल से दो कैदियों को पीएमसीएच रेफर किया गया था. दोनों कैदियों के साथ दो सुरक्षाकर्मियों को भी भेजा गया था. पीएमसीएच पहुंचे दोनों पुलिसकर्मियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि शनिवार दोपहर एक बजे वे दोनों कैदियों को लेकर ओपीडी आए, लेकिन उस समय ओपीडी बंद थी. किसी तरह दोनों कैदियों को डॉक्टर से दिखाया. एक कैदी के सीने में दर्द था जिसे इंदिरा गांधी हार्ट वार्ड में एडमिट किया गया. फरार होने वाले कैदी राजकुमार राय को डॉक्टर ने एडमिट नहीं किया. चिकित्सक का कहना था कि उसे इलाज की जरूरत नहीं है. इसके बाद विश्वास पर उस कैदी को नीचे छोड़कर दोनों पुलिसकर्मी दूसरे कैदी को वार्ड में छोड़ने आ गए तबतक वह फरार हो गया.


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जल्द पकड़ा जाएगा कैदी


कैदियों के साथ आए पुलिस ने बताया कि फरार होने वाले कैदी ने कहा था कि उसका हाथ पहले जिस जगह टूटा था उसी जगह में दर्द है. अगर बड़े डॉक्टर को नहीं दिखाया गया तो कैंसर होने का डर है. सुरक्षा में आए पुलिस जवानों का कहना था कि जल्द ही फरार कैदी पकड़ लिया जाएगा.


बता दें कि पीएमसीएच से पहले भी कैदियों के फरार होने का मामला सामने आता रहा है. वहीं दूसरी ओर मुजफ्फरपुर जेल प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं. जब राजकुमार को कोई बीमारी नहीं थी तो जेलर या मुजफ्फरपुर जेल प्रशासन ने कैसे बिना जांच के उसे पीएमसीएच भेज दिया?



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