Patna News: पटना के लोगों में बढ़ रही फैटी लिवर की समस्या, जानें- परेशानी से कैसे पाया जा सकता है निजात
डॉक्टर बताते हैं कि फिजिकल एक्टिविटी, मोटापा, व्यायाम में कमी, पैदल ना चल के वाहन से चलना, अधिक मीट-मछली और जंक फूड का सेवन करने से लोगों में फैटी लिवर की समस्या उत्पन्न हो रही है.
पटना: बिहार की राजधानी पटना में फैटी लिवर से पीड़ित लोगों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. शहर की बिजी लाइफस्टाइल के कारण लोग मधुमेह और उच्च रक्तचाप के साथ-साथ लोग लिवर संबंधी परेशानियों से भी ग्रसित हो रहे हैं, जिनमें सबसे आम फैटी लिवर की समस्या है. बता दें कि राज्य और जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से पटना के विभिन्न पार्कों में आयोजित सेहत क्लीनिक में आए लोगों की रक्त जांच में ये बात सामने आई है.
40 प्रतिशत से भी अधिक लोग मधुमेह पीड़ित
सेहत क्लीनिक में की जा रही ब्लड टेस्ट में 40 प्रतिशत लोग मधुमेह से पीड़ित पाए जा रहे हैं. मधुमेह के बाद सबसे अधिक मामले लिवर में गड़बड़ी और फैटी लिवर के हैं. प्रत्येक पचास में पांच लोगों के सैंपल में एसजीपीटी और एसजीओटी का लेवल बढ़ा हुआ पाया गया है. इस संबंध में सेहत क्लीनिक में तैनात डॉक्टर ने बताया कि रोजाना 45-50 लोगों का मधुमेह, लिवर फंक्शन टेस्ट और किडनी फंक्शन टेस्ट मुफ्त में किया जा रहा है.
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उक्त टेस्ट के जो रिपोर्ट आ रहे हैं, उनमें 40-50 प्रतिशत लोग शुगर से पीड़ित पाए जा रहे हैं. वहीं, लोगों में दूसरी बड़ी समस्या जो है वो प्लेटलेट्स की कमी और फैटी लिवर है. बता दें कि गांधी मैदान समेत अन्य छह पार्कों में मॉर्निंग वॉक के समय क्लीनिक का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें लोगों की निशुल्क जांच की जा रही है.
जानें क्या होता है फैटी लिवर ?
डॉक्टर बताते हैं कि फिजिकल एक्टिविटी, मोटापा, व्यायाम में कमी, पैदल ना चल के वाहन से चलना, अधिक मीट-मछली और जंक फूड का सेवन करने से लोगों में फैटी लिवर की समस्या उत्पन्न हो रही है. फैटी लिवर इस बात को दर्शाता है कि शख्स में फैट डिपॉजिट होना शुरू हो गया है. समय पर उसे नियंत्रित नहीं किया गया तो आगे चल कर वो लिवर सिरोसिस का रूप ले सकता है. इससे बचने के लिए नियमित व्यायाम और नियंत्रित आहार लेने की जरूरत है. साथ ही समय-समय पर टेस्ट कराने की भी जरूरत है.
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