Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के मध्य जारी युद्ध के बीच वहां फंसे हिंदुस्तान के लोगों की देश वापसी का सिलसिला जारी है. खासकर वैसे बच्चों को सरकार तत्परता के साथ वापस ला रही है, जो डॉक्टरी की पढ़ाई के लिए यूक्रेन गए थे. शनिवार से लगातार बच्चों को विशेष विमान से मुंबई और दिल्ली लाया जा रहा है, जहां से वे अपने राज्य वापस लौट रहे हैं. मिली जानकारी अनुसार बिहार के 112 बच्चे अब तक यूक्रेन से वापस लौट आए हैं.
पटना के सबसे अधिक बच्चे आए वापस
पटना प्रशासन की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों को देखें तो कल तक कुल 58 बच्चे बिहार लौटे थे. इनमें से सबसे अधिक आठ बच्चे पटना के थे. वहीं, अब तक के आंकड़ों को देखे तो पटना के कुल 12, नालंदा के तीन, रोहतास के एक, मुजफ्फरपुर के तीन, सीतामढ़ी के चार, वैशाली के तीन, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण के एक-एक, छपरा के तीन, सीवान के एक और गोपालगंज के तीन छात्र अब तक घर लौटे हैं.
घर लौटकर छात्र हुए खुश
वहीं, दरभंगा के एक, समस्तीपुर के एक, सहरसा के तीन, मधेपुरा के एक, कटिहार के एक, अररिया के एक, भागलपुर के दो, मुंगेर, बेगूसराय, खगड़िया, अरवल, जहानाबाद व गया के एक-एक छात्र घर लौटे हैं. वहीं, मंगलवार को आईएएस संजय कुमार अग्रवाल ने ट्वीट कर बताया कि बिहार के रहने वाले छात्रों को लेकर दो और फ्लाइट दिल्ली पहुंच गई है. दिल्ली एयरपोर्ट पर बिहार भवन हेल्पडेस्क ने कुल 24 छात्रों की अगवानी की. राज्य से अब तक 112 छात्र सुरक्षित लौट चुके हैं. बिहार सरकार अन्य छात्रों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए सभी स्तरों पर समन्वय कर रहा है.
इधर, घर लौटे छात्रों का कहना है कि यूक्रेन की स्थिति काफी भयावह है. अभी भी उनके कुछ साथी वहां फंसे हुए हैं, जिसको लेकर स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. हालांकि, उन्होंने भारत सरकार और विदेश मंत्रालय का घर वापसी के लिए शुक्रिया अदा किया है.
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