JDU की वर्चुअल रैली को जनता ने नकारा, नहीं हुई बिहार के मुद्दों की चर्चा- अभिषेक झा
अभिषेक झा ने कहा कि इस वर्चुअल रैली में अगर जेडीयू और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विभिन्न प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, टि्वटर और वेबसाइट सबको जोड़ दिया जाए तो भी 10,000 से कम ही लोग जुड़ पाए."
पटना: जेडीयू की वर्चुअल रैली पर सियासत जारी है. इसी क्रम में सीएम नीतीश कुमार के निश्चय संवाद की निंदा करते हुए आरएलएसपी के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि जेडीयू की तरफ से आयोजित इस वर्चुअल रैली को बिहार की जनता ने नकार दिया. मार्च के महीने में जेडीयू की तरफ से पटना के गांधी मैदान में रैली का आयोजन हुआ था और उस एक्चुअल रैली में मुट्ठी भर लोग ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को सुन रहे थे.
लाइव संबोधन का टूटा कनेक्शन
अभिषेक झा ने कहा, "इस वर्चुअल रैली में अगर जेडीयू और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विभिन्न प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, टि्वटर और वेबसाइट सबको जोड़ दिया जाए तो भी 10,000 से कम ही लोग जुड़ पाए. अपनी टेक्नोलॉजी का इतना बड़ा दावा जेडीयू ने किया था लेकिन बीच में ही नीतीश कुमार के लाइव संबोधन का कनेक्शन हर जगह से टूट गया."
बिहार के असली मुद्दों पर नहीं की चर्चा
उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संबोधन में कहीं भी बिहार के असली मुद्दों की चर्चा नहीं थी कि आखिर क्यों बिहार में इतने वर्षों से शिक्षा व्यवस्था बदहाल है? अपराध इतने चरम पर क्यों है और अपराधियों का मनोबल इतना बढ़ चुका है? स्वास्थ्य व्यवस्था इतनी लचर क्यों है? जिसकी वजह से इतने लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है. रोजगार सृजन की व्यवस्था इतनी कम है और यहां के युवा और अन्य लोग बाहर पलायन को मजबूर क्यों है? आने वाले चुनाव में जनता इन्हीं मुद्दों पर वोट देगी और इस बार इन लोगों को जनता का आशीर्वाद नहीं मिल पाएगा.
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