एक बार फिर कोरोना की चपेट में आए दरभंगा एसएसपी बाबू राम
दरभंगा एसएसपी बाबू राम ने पिछले महीने ही कोरोना से जंग जीती थी. लेकिन संक्रमण से बचाव में चूक के बाद अब वो एक बार फिर कोरोना की चपेट में आ गए हैं.
दरभंगा: पूरा बिहार कोरोना से त्राहिमाम कर रहा है. रोजाना सैकड़ों नए मरीज मिल रहे हैं. वहीं पुराने मरीज जिन्होंने कोरोना को मात दे दी है वो भी बचाव में चूक के बाद दोबारा संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं. इसी क्रम में दरभंगा के एसएसपी बाबू राम जिन्होंने पिछले महीने ही कोरोना को मात दी थी. एक बार फिर संक्रमण की चपेट में आ गए हैं.
दरभंगा के एसएसपी बाबू राम ने बताया कि उन्हें दूसरी बार COVID-19 के लिए पॉजिटिव टेस्ट किया गया है. मालूम हो कि एसएसपी दो महीने पहले कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे और इससे वो ठीक भी हुए थे. लेकिन अब उन्हें फिर से कोरोना संक्रमित पाया गया है. मीडिया को दिए अपने संदेश में, बाबू राम ने कहा, "मैं आप में से कई लोगों के फोन कॉल नहीं अटेंड कर पाया क्योंकि मैं पिछले कुछ दिनों से क्वारंटाइन में था. कोरोनो संक्रमण के लक्षण दिख रहे थे. आज जांच रिपोर्ट आई है, जिसमें मैं कोरोना पॉजिटिव पाया गया हूं."
उन्होंने कहा, "8-10 दिनों तक बेड रेस्ट पर रहना होगा. तब तक सिटी एसपी ही सारा काम देखेंगे.” मालूम हो कि पिछली बार कोरोना से रिकवर होने के बाद उन्होंने अपनी एक्सपीरियंस लोगों से साझा की थी. उन्होंने कहा था कि मैंने कोरोना से जंग जीत ली है. 2 दिन पहले मेरा कोरोना टेस्ट नेगेटिव आया है.
उन्होंने अपने इस दो हफ्ते का अनुभव साझा करते हुए कहा कि जो लोग कोरोना की दहशत में जी रहे हैं, वो इस बात को समझे कि यह बीमारी भी उन साधारण मौसमी बीमारियों से बहुत ज्यादा अलग नहीं है, बशर्ते कुछ बातों का बहुत ध्यान रखना पड़ता है. इसमें हम अपने परिवार के साथ नहीं रह सकते, यहां तक कि डॉक्टर से भी उचित दूरी बना कर रखते हैं. ऐसे में अकेलेपन से दिमाग में नकारात्मक विचार बढ़ता है. यह एक छुआछूत की बीमारी है.
एक ही मरीज के दोबारा संक्रमित होने के कारणों के संबंध में जब एम्स निदेशक प्रभात कुमार सिंह से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि "यह संभव है कि एक बार ठीक हुए पेशेंट दोबारा संक्रमित हो सकते हैं. इसलिए जरूरी है कि ठीक होने के बाद भी वे सारे निर्देशों का पालन करें जो कोरोना से बचाव के लिए दिए गए हैं."