पूर्णिया के रेड लाइट इलाके में छापेमारी, 10 युवती को किया रेस्क्यू, 2 दलाल भी गिरफ्तार
सीसीएचटी के कन्वीनर का दावा है कि इन लड़कियों से जबरन देह व्यापार का धंधा करवाया जाता था, जिसकी सूचना के आधार पर हमने छापामारी की और सफलता पूर्वक 10 युवतियों को सुरक्षित रिकवर कर लिया है.
पूर्णिया: जिले के आईजी कमजोर वर्ग के निर्देशन पर शनिवार को सीसीएचटी की ओर से पूर्णिया के गुलाबबाग और खुशकीबाग रेड लाइट इलाके में छापेमारी की गई. इस छापेमारी में पटना से आई सीआईडी की टीम और स्थानीय पुलिस का सहयोग लिया गया. छापेमारी में 10 युवतियों को रेस्क्यू कराया गया है, इनमें से 7 लड़कियां नाबालिग मानी जा रही है. वहीं पुलिस ने मौके से 2 दलाल को भी हिरासत में लिया है. सबको हिरासत में लेकर पहले थाना लाया गया. वहीं रेस्क्यू की गई युवतियों को मेडिकल की प्रक्रिया में भेजा जाएगा. बता दें कि करीब 3 घण्टे तक चले इस छापेमारी में सफलता मिली है.
अवैध रूप से धंधा चलाने वाला सरगना भाग निकले
सीसीएचटी के कन्वीनर वाई के गौतम ने बताया कि हम पूरी तैयारी के साथ इस छापेमारी के लिए पहुंचे थे. लगभग 5 थानों की पुलिस बल और सीआईडी की टीम भी साथ थी. लड़कियों को रिकवर तो करा लिया गया है, मगर जो ये धंधा चला रहे हैं वो लोग हाथ नहीं आए. वो सब फरार हो चुके थे.
जबरन कराया जाता था देह व्यापार
सीसीएचटी के कन्वीनर का दावा है कि इन लड़कियों से जबरन देह व्यापार का धंधा करवाया जाता था, जिसकी सूचना के आधार पर हमने छापामारी की और सफलता पूर्वक 10 युवतियों को सुरक्षित रिकवर कर लिया है.
समाज से इस अवैध प्रथा को खत्म करना है उद्देश्य
संस्थान के कन्वीनर बताते हैं कि ये जो अवैध रूप से देह व्यापार का गोरखधंधा चल रहा है, उसे समाज से खत्म करने के लिए हमारी सामाजिक संस्था काम कर रही है. इसके लिए सरकारी आदेश और उनके सहयोग से हम काम कर रहे हैं. साथ ही इनके पुनर्वास के लिए भी सरकार ध्यान देगी.
पूरे बिहार में चल रहा है अभियान
संस्था के कन्वीनर वाई के गौतम ने बताया कि पूरे बिहार में आई जी कमजोर वर्ग के निर्देशन पर ये अभियान चलाया जा रहा है. आज ही पूर्णिया के अलावा फारबिसगंज में भी छापेमारी में 8 लड़कियां रेस्क्यू की गई हैं.
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