पटनाः फेस्टिवल सीजन से पहले ही रेलवे ने कर्मचारियों को सौगात दी है. इससे दशहरा-दीवाली के पहले प्रत्येक सुपात्र रेलकर्मी के खाते में 17 हजार 951 रुपये आएंगे. इसको लेकर राज्यसभा के सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने कहा कि रेलवे के 11 लाख 56 हजार नन-गजटेड कर्मचारियों को 78 दिन का बोनस देने का फैसला सराहनीय है. लगभग 1985 करोड़ रुपये के इस फेस्टिवल गिफ्ट के लिए उन्होंने रेल मंत्री का आभार जताया. सुशील मोदी ने कहा कि यह कदम त्यौहारी मौसम में बाजार की रौनक बढ़ाने वाला है.
वहीं, पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार (Central Government) ने 444 करोड़ रुपये की जिस पीएम मित्र योजना को मंजूरी दी, उससे देश में 7 मेगा टेक्सटाइल पार्क बनेंगे. बिहार सरकार (Bihar Government) को प्रयास करना चाहिए कि इस योजना के अंतर्गत भागलपुर में भी एक टेक्सटाइल पार्क बने. मेगा पार्क बनने से वस्त्र एवं परिधान सेक्टर में सात लाख लोगों को सीधे और 14 लाख युवाओं को परोक्ष रूप से रोजगार मिलेगा.
पूर्व मध्य रेल की ओर से दी गई जानकारी
बुधवार को रेल महाप्रबंधक अनुपम शर्मा ने पटना में सेमिनार का आयोजन किया. इस दौरान उन्होंने वर्ष 2020-21 का रेलकर्मियों को उत्पादकता से जुड़े बोनस देने के कैबिनेट के निर्णय के बारे में बताया. कहा कि पूर्व मध्य रेल के 84,767 कर्मचारियों को इसका लाभ मिलेगा. दशहरा से पहले 152 करोड़ रुपये का भुगतान होगा. यह कोविड-19 के बावजूद कर्मचारियों द्वारा की गई उनकी कड़ी मेहनत का फल है.
बताया गया कि वित्त वर्ष 2010-11 से 2019-20 के लिए 78 दिनों के वेतन की पीएलबी राशि का भुगतान किया गया. वर्ष 2020-21 के लिए भी 78 दिनों के वेतन के बराबर पीएलबी राशि का भुगतान किया जाएगा. पात्र अराजपत्रित रेल कर्मचारियों को पीएलबी के भुगतान के लिए निर्धारित वेतन गणना की सीमा 7,000 रुपये प्रतिमाह है. प्रति पात्र रेल कर्मचारी के लिए 78 दिनों की अधिकतम देय राशि 17,951 रुपये है.
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