पटना: देश में एक फरवरी को बजट पेश किया गय़ा है. बजट पेश होने के बाद बिहार के रेल यात्रियों के लिए एक अच्छी खबर है. बजट 2023 में बिहार के लिए दो वंदे भारत ट्रेनें पेश हुईं हैं. इसमें एक पटना से हावड़ा रूट पर चलाई जाएगी और दूसरी वाराणसी से गया के रास्ते हावड़ा के लिए चलाई जाएगी. वंदे भारत ट्रेन कई प्रकार की सुविधाओं से लैस है. आने वाले दिनों में इसके कोच और अन्य रूट में भी विस्तार होगा.


बढ़ाई जाएगी वंदे भारत की संख्या 


वंदे भारत ट्रेन कब आएगी और तेजस को कैसे टक्कर देगी यह तो आने वाले दिनों में पता चलेगा. तेजस को भी वंदे भारत जैसा रूप दिया जाएगा. वंदे भारत ट्रेन स्वदेशी तकनीक से बनाई गई है जबकि तेजस ट्रेन जर्मन तकनीक से बनाई गई है. जर्मन तकनीक के उत्पादन में कम लागत आती है. इसकी वजह से पूर्व मध्य रेलवे स्टेशनों पर भी वंदे भारत ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की कोशिश चल रही है. लोगों को आराम और सुविधा के लिए इस ट्रेन की शुरुआत की जाएगी. हालांकि इन ट्रेनों का अभी बजट पास किया गया है. ये कब तक परिचालन में आएंगी इस पर फिलहाल कुछ नहीं कहा जा सकता है.


तकनीकी सुविधाओं होगा लैस


पूर्व मध्य रेलवे जोन को नई तकनीकी सुविधाओं से लैस किया जाएगा जिसमें पूर्व मध्य रेलवे के 13 स्टेशनों को चिह्नित किया गया है. इसमें पटना राजेंद्र नगर, गया बेगूसराय, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मुगलसराय, धनबाद, सीतामढ़ी आदी स्टेशन शामिल हैं. इन स्टेशनों को विकसित करने की तैयारी चल रही है. रिटायरिंग रूम को भी एडवांस तकनीक से तैयार किया जाएगा. ट्रेनों को नई तकनीक से लैस किया जाएगा जिससे कि खतरे का संकेत पायलट कंट्रोल और स्टेशन को शीघ्र ही मिल सकेगा. पूर्व मध्य रेलवे रोगों पर अभी तक अधिकतम 130 किलोमीटर की रफ्तार से चलने वाली गाड़ियां होती थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 150 से 60 तक करने की पूरी कोशिश चल रही है.


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