पटना: पटना के जामा मस्जिद के बाहर अलविदा नमाज के बाद अतीक और अशरफ को शहीद बताते हुए नारेबाजी की गई थी. नारेबाजी के बाद से रईस गजनवी गायब है. उसकी कोई खबर नहीं है. जामा मस्जिद के सामने उसकी luggage की दुकान है. नारेबाजी के बाद से उसकी दुकान भी बंद है. वहीं, इस मामले में पुलिस ने बयान दिया है. पुलिस के अनुसार मामले की जांच चल रही है. इस मामले में रईस गजनवी की गिरफ्तारी नहीं होगी.


पुलिस ने दिया बयान


रईस गजनवी मामले को लेकर पटना के एसएसपी ने कहा कि गिरफ्तारी नहीं होगी. हर मामले में गिरफ्तारी नहीं होती है. गिरफ्तारी ही हर चीज का उपाय नहीं है. एक व्यक्ति ने कुछ कह दिया है तो उसको घटना हम लोग नहीं मानते. विधि सम्मत कार्रवाई की जा रही है. कानून में बहुत तरह की कार्रवाइयां होती हैं. वहीं, इस मामले को लेकर पटना सिटी सेंट्रल वैभव शर्मा ने कहा कि रईस गजवनी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. जांच में यह बात सामने आई है. वो अकेला नारे लगाया है. मामले की जांच होगी. गिरफ्तारी नहीं की जाएगी. जांच में संलिप्तता के बाद कार्रवाई होगी.


अतीक के समर्थन में लगाया गया था नारा


बता दें कि शुक्रवार को पटना के स्टेशन रोड पर जामा मस्जिद में अलविदा जुमे की नमाज अदा करने के बाद स्टेशन रोड पर ही रईस गजनवी ने अतीक अहमद अमर रहे का नारा लगाया था. अतीक अहमद को शहीद बताया था. वहीं रईस गजनवी ने सीएम योगी और पीएम मोदी के खिलाफ नारेबाजी भी की थी. उसके साथ भारी संख्या में मुस्लिम समुहादय के लोग मौजूद थे.


अतीक अहमद को शहीद बताने पर भेजा जेल
 
वहीं कांग्रेस के प्रयागराज के पार्षद प्रत्याशी राजकुमार उर्फ रज्जू भैया ने माफिया अतीक अहमद को शहीद बता दिया था. उसे भारत रत्न देने की मांग की थी. कब्र पर जाकर तिरंगा रखा था. हालांकि उसको गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.


महाराष्ट्र के बीड़ जिले में लगाया बैनर


महाराष्ट्र के बीड़ जिले में अतीक अहमद का एक बैनर लगाया गया था जिस पर शहीद लिखा था. सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस पहुंची थी. बैनर हटाया था और दो लोगों को गिरफ्तार किया था. बता दें कि प्रयागराज में 15 अप्रैल को अतीक और उसके भाई अशरफ की पुलिस हिरासत में अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. 


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