पटना: पूर्व मध्य रेल की सबसे प्रतिष्ठित और प्रीमियम ट्रेनों में से एक 02309 राजेंद्र नगर टर्मिनल-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन आज से तेजस रैक से चलेगी. वहीं, नई दिल्ली से राजेंद्र नगर टर्मिनल के लिए 02310 राजधानी एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन गुरुवार से तेजस रैक से चलेगी. पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन, प्रयागराज जंक्शन, कानपुर सेंट्रल के रास्ते चलाई जाने वाली 02309/02310 राजधानी एक्सप्रेस स्पेशल का परिचालन तेजस रेक से प्रारंभ हो जाने से संरक्षा में वृद्धि होगी, साथ ही यात्रियों को सुखद यात्रा अनुभव प्राप्त होगा.
सभी कोच के अंदर लगाए गए हैं एलसीडी डिस्प्ले
मालूम हो कि तेजस रेल ऑटोमेटिक प्लग इंडोर प्रणाली के तहत सभी प्रवेश द्वार केंद्रीकृत रूप से नियंत्रित होगा और सभी प्रवेश द्वार के बंद होने तक ट्रेन नहीं चलेगी. यात्री सुरक्षा और संरक्षा के दृष्टिकोण से यह काफी महत्वपूर्ण है. सीसीटीवी कैमरा युक्त इस तेजस रेक के प्रत्येक कोच में यात्रियों को यात्रा संबंधी महत्वपूर्ण सूचनाएं जैसे अगला स्टेशन, शेष दूरी, आगमन/प्रस्थान का अपेक्षित समय, विलंब और सुरक्षा संबंधी संदेश के प्रदर्शन के लिए प्रत्येक कोच के अंदर 02 एलसीडी डिस्प्ले लगाए गए हैं.
आकर्षक आंतरिक बनावट करते हुए ऐसा बर्थ का प्रावधान किया गया है, जिससे यात्रियों को आरामदायक यात्रा का अनुभव प्राप्त हो. सभी कोचों में पर्दे की जगह रोलर ब्लाइंड लगाए गए हैं, जो साफ-सफाई को आसान बनाते हैं. प्रत्येक कंपार्टमेंट में डस्टबिन उपलब्ध रहेंगे, जिससे कोचों में स्वच्छता बनाए रखने में मदद मिलेगी.
आग लगने की स्थिति मेंलग जाएगा ऑटोमेटिक ब्रेक
वातानुकूलित द्वितीय और तृतीय श्रेणी के कोचों में साइड लोअर बर्थ की बनावट में बदलाव लाते हुए उसे सिंगल पीस बेड का रूप दिया गया है, साथ ही ऊपर की बर्थ पर जाने के लिए सुविधाजनक व्यवस्था की गई है. सभी यात्री के लिए मोबाइल चार्जिंग पॉइंट दिया गया है. इन कोचों को आरामदायक बनाने और बेहतर यात्रा अनुभव के लिए बोगियों में एयर स्प्रिंग सस्पेंशन दिया गया है. सभी कोचों में ऑटोमेटिक फायर अलार्म और डिटेक्शन सिस्टम लगाए गए हैं. साथ ही ऐसी व्यवस्था की गई है कि आग लगने की स्थिति में ऑटोमेटिक ब्रेक लग जाएगा. इसी तरह संरक्षा में और सुधार के लिए नए वायरिंग के साथ व्हील स्लाइड प्रोटेक्शन डिवाइस लगाए गए हैं.
सभी कोचों में बायो-वैक्यूम टॉयलेट लगाए गए हैं, जो अच्छी फ्लशिंग के कारण शौचालय में बेहतर साफ-सफाई बनाए रखने में मदद पहुंचाता है. साथ ही इससे पानी की भी बचत होती है. शौचालय दुर्गंध नियंत्रण प्रणाली से युक्त है. छोटे बच्चे के साथ सफर कर रही महिला यात्रियों की सुविधा के लिए शौचालय में शिशु देखभाल हेतु ‘‘Infant Care Seat‘‘ का प्रावधान किया गया है.
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