पटनाः बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी ने एंबुलेंस विवाद को लेकर लग रहे तरह-तरह के आरोपों के बाद मंगलवार को दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दी. कहा कि यह प्रेस कॉन्फ्रेंस बीजेपी की नहीं है बल्कि उनकी है. सारण के सांसद होने के नाते से और मित्रों की सलाह पर तथ्यों को लेकर ऐसा वह कर रहे हैं.


राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से छात्र राजनीति की शुरुआत की. 1990 में बिहार से विधायक बने उसके बाद में चार बार सांसद भी रहे. उन्होंने कहा कि अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई देने के लिए आठ दिनों का समय इसलिए लिया ताकि वे तथ्य रख सकें.


अपराधी मंदिर में बैठ जाए तो संत नहीं हो सकता


स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को देखते हुए उन्होंने कहा कि देश भर में कमियां हो सकती हैं, लेकिन कुछ लोग बस यही मान लें कि सब वही कर रहे हैं तो यह सही नहीं है. अपराधी अगर मंदिर में बैठ जाए तो संत नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि वो मधेपुरा की राजनीति करते हैं मैं सारण की राजनीति करता हूं. सारण जिले में लोग सुख शांति के साथ रहते हैं.


'पप्पू यादव के ऊपर 32 आपराधिक मुकदमे'
"मुझे पता है कि राजनीतिक अपराधी से लड़ना कितना मुश्किल होता है. रूडी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, अजित सरकार हमारे साथ विधयाक थे उनका मर्डर हुआ, उसके बाद पप्पू यादव जेल में रहे लेकिन बाद में रिहा हो गए. मार्च में इनके खिलाफ वारंट जारी हुआ था, उस समय भी पप्पू यादव ने बोला कि मैंने इनको जेल भेजा लेकिन मेरा इससे कोई लेना देना नहीं है.”


पप्पू यादव की ओर से नहीं आया कोई ड्राइवर
राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि देश में सबसे अच्छा एंबुलेंस नेटवर्क कहीं है तो वह उनके संसदीय क्षेत्र में है. घर में एंबुलेंस मिलने के सभी आरोपों को खारिज किया. कहा कि वे दस वर्षों से लोगों को एंबुलेंस की सुविधा पहुंचा रहे हैं. पंचायतों को दी गई थी सभी एंबुलेंस. जो खड़ी मिलीं उनमें से ज्यादातर की फिटनेस खत्म हो गई थी या किसी का बीमा नहीं था. राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि वे पहले ही डीएम को इसकी जानकारी दे चुके थे कि एंबुलेंस का ड्राइवर नहीं है. पप्पू यादव की ओर से ड्राइवर भेजे जाने की बात कही गई लेकिन उनके पास कोई ड्राइवर नहीं आया.


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